राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा (BJP) ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में कई ऐसे नाम हैं जिनपर विवाद खड़ा हो गया. कई ऐसे दावेदार भी हैं जिनको इस सूची में जगह नहीं दी गई है. राजसमंद में बीजेपी के ऐसे ही कुछ असंतुष्ट नेताओं ने अपने समर्थकों के साथ हंगामा कर दिया. हंगामा ऐसा कि अपनी ही पार्टी के जिला कार्यालय में तोड़फोड़ की और फर्नीचर को नुकसान पहुंचाया.
राजस्थान: BJP की दूसरी लिस्ट के बाद बवाल, आगजनी और नारेबाजी, जगह-जगह हंगामा
BJP के असंतुष्ट समर्थकों ने सड़क पर उतर कर हंगामा किया. पार्टी कार्यालय के बाहर टायर जलाया और पार्टी हाईकमान के खिलाफ नारेबाजी भी की. राजसमंद के अलावा जयपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, कोटा समेत कई अन्य जिलों में भी विरोध प्रदर्शन हुआ है.
इंडिया टुडे से जुड़े देवी सिंह खरवड़ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, असंतुष्ट समर्थकों ने सड़क पर उतर कर हंगामा किया. पार्टी कार्यालय के बाहर टायर जलाया और पार्टी हाईकमान के खिलाफ नारेबाजी भी की.
बीते 22 अक्टूबर को बीजेपी ने राजसमंद विधानसभा सीट के लिए दीप्ति माहेश्वरी को अपना उम्मीदवार घोषित किया था. जिसके बाद स्थानीय नेताओं ने विरोध करना शुरु कर दिया. हंगामे के दौरान दीप्ति माहेश्वरी के खिलाफ नारेबाजी भी की गई.
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संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और हिंसक प्रदर्शन करने के लिए बीजेपी ने चार नेताओं को पार्टी से निलंबित कर दिया है. राज्य अनुशासन समिति के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने राजसमंद जिलाध्यक्ष को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने बताया है कि अजय प्रजापत, देवीलाल जटिया, हिम्मत कुमावत और मुकेश शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है.
कई अन्य जिलों में भी हुआ विरोध
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजसमंद के अलावा जयपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, कोटा समेत कई अन्य जिलों में भी विरोध प्रदर्शन हुआ है.
चित्तौड़गढ़ सीट से बीजेपी के मौजूदा विधायक चंद्रभान सिंह को पार्टी ने टिकट नहीं दिया. इस पर उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया. चंद्रभान सिंह ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी पर पुरानी दुश्मनी निकालने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने पार्टी से इस फैसले पर फिर से विचार करने की मांग की. इस सीट से भाजपा ने पूर्व उपराष्ट्रपति और पांच बार के विधायक भैरों सिंह शेखावत के दामाद नरपत सिंह राजीव को उम्मीदवार बनाया है.
जयपुर में भी बीजेपी कार्यालय के बाहर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया. इस सीट से पार्टी के प्रदेश महासचिव भजनलाल शर्मा को टिकट दिया गया है. भाजपा के वर्तमान विधायक अशोक लाहोटी के समर्थकों ने भजनलाल शर्मा का विरोध कर रहे है.
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रिपोर्ट्स के मुताबिक, उदयपुर से उपमहापौर पारस सिंघवी टिकट के दावेदार थे. पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो उन्होंने पूर्व विधायक और असम के वर्तमान राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया पर उदयपुर की राजनीति में दखल देने का आरोप लगाया है.
इसी बीच कोटा दक्षिण में विकास शर्मा के समर्थकों ने तलवंडी चौराहे पर प्रदर्शन किया. इसी तरह अलवर में संजय शर्मा को टिकट दिया गया. जिसके विरोध में कथित तौर पर प्रदर्शन और नारेबाजी की गई और पुतला जलाया गया.
राजस्थान में आगामी 25 नवंबर को 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है. भाजपा ने अभी तक कुल 124 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. पार्टी ने जब पहली सूची जारी की थी तब भी कई नेताओं ने विरोध किया था. वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होनी है.
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