. देख कर लग रहा था कि शायद पबजी मोबाइल (PUBG Mobile) और पबजी मोबाइल लाइट (PUBG Mobile Lite) की वापसी होने वाली है मगर हुआ इसका उलट. पबजी का बोरिया बिस्तर इंडिया में अब पूरी तरह से बंध गया है. यानी कि जो लोग गेम को साइड लोड करके या जुगाड़ से इंस्टॉल करके
खेल रहे थे वो भी अब इसे नहीं खेल पाएंगे.
पबजी अब सच्ची मुच्ची बंद हो गया
इंडिया में पबजी मोबाइल के पूरी तरह से बंद होने की जानकारी पबजी मोबाइल के ऑफ़िशियल फ़ेसबुक पेज से आई है. इसने एक पोस्ट डालकर बताया कि सरकार के कहने पर 30 अक्टूबर से ये पबजी मोबाइल के इंडियन यूजर्स के लिए सर्विस और एक्सेस बंद कर रहा है.
पबजी मोबाइल की फ़ेसबुक पोस्ट.
पबजी ने बताया कि ये अंतरिम ऑर्डर इन्हें 2 सितंबर को मिला था. ये वही डेट है जब भारत सरकार ने 118 चाइनीज ऐप्स सहित पबजी मोबाइल पर बैन की छुरी चला दी थी
. इस बैन के बाद से पबजी मोबाइल और पबजी मोबाइल लाइट तो फौरन ही गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर से गायब हो गए मगर जिनके फ़ोन में गेम पहले से पड़ा था उनके में चल रहा था.
फ़िर बीच में एक बड़ी सी अपडेट भी आई जिसके बाद गेम चलना बंद हो गया मगर लोगों ने जुगाड़ लगाकर गेम का नया वर्ज़न डाउनलोड कर लिया
. मगर कम्प्लीट बैन की तलवार बराबर लटक ही रही थी जो अब चल गई है. अब जब आप पबजी मोबाइल खोलेंगे तो सामने ये एरर मैसेज लिख कर आएगा:
सर्वर बिज़ी है. कुछ देर बाद फ़िरसे ट्राइ कीजिए. एरर कोड: रेस्ट्रिकटेड एरिया
पबजी खोलने पर ये स्क्रीन सामने आएगी.
पबजी मोबाइल की पोस्ट:
डियर फैन्स,
मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी के 2 सितंबर के अंतरिम ऑर्डर के तहत टेन्सेन्ट गेम्स 30 अक्टूबर, 2020 से PUBG Mobile Nordik Map: Livik और PUBG Mobile Lite के इंडियन यूजर की सारी सर्विस और एक्सेस खत्म कर रहा है. पबजी मोबाइल को इंडिया में पब्लिश करने के राइट्स पबजी के ओनर के पास वापस आ जाएंगे.
यूजर डेटा को प्रोटेक्ट करना हमेशा से हमारी टॉप प्रायोरिटी रही है और हमने हमेशा ही इंडिया के डेटा प्रोटेक्शन लॉ और रेग्युलेशन का पालन किया है. जैसा कि हमने अपनी प्राइवसी पॉलिसी में बता रखा है, सारे यूजर की गेमप्ले की जानकारी ट्रैन्स्पैरन्ट तरीके से प्रोसेस की जाती है.
पबजी ने आखिर में कुछ विदाई के शब्द बोले. लिखा कि जो हुआ उसका बड़ा खेद है और पबजी मोबाइल को इंडिया में इतना सपोर्ट और प्यार देने के लिए धन्यवाद.
पबजी की बैन हटाने की कोशिशें बेकार गईं
पबजी काफ़ी टाइम से इंडिया में अपने ऊपर लगे हुए बैन को हटवाने की कोशिश कर रहा था. इसने अपने चाइनीज पब्लिशर टेन्सेन्ट से इंडिया में गेम पब्लिश करने के राइट्स वापस ले लिए थे
. मगर अथॉरिटीज़ की तरफ़ से ख़बर आई कि सिर्फ़ चाइनीज कनेक्शन खत्म करने से बात नहीं चलेगी. डेटा और प्राइवेसी को लेकर कई सारी दिक्कतें हैं, जिन्हें पबजी को दूर करना होगा.
इसके बाद से पबजी कॉर्पोरेशन शायद इंडियन पार्टनर ढूंढ रहा था. इसी बीच पिक्चर में रिलायंस जियो और एयरटेल भी आए मगर आगे कुछ सुनने में नहीं आया.
क्या वापस आने का कोई जुगाड़ है?
वापस आने को तो मुर्दे कब्र से निकल आते है. बॉलीवुड हॉरर मूवीज़ तो खैर यही बताती हैं. जहां तक पबजी के वापस आने की बात है तो वो भी मुमकिन है. कैसे? पबजी मोबाइल का इंडिया वर्ज़न बनाकर.
जिस तरह पबजी मोबाइल इंडिया में बैन हुआ है, वैसे ही पबजी का PC वर्ज़न चाइना में बैन हुआ था. मगर फ़िर पबजी बनाने वाली साउथ कोरियन कंपनी क्राफ़्टन ने चाइनीज कंपनी टेन्सेन्ट के साथ पार्टनरर्शिप की और चाइना के हिसाब से पबजी का एक वर्ज़न बनाया. नाम रखा “गेम फ़ॉर पीस”. कुछ ऐसा ही जुगाड़ इंडिया में भी किया जा सकता है.