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North East Delhi Election Result: कन्हैया कुमार vs मनोज तिवारी के चुनावी मुकाबले में कौन आगे?

Kanhaiya Kumar vs Manoj Tiwari: बीजेपी उम्मीदवार मनोज तिवारी की जीत हो गई.

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मनोज तिवारी को 2019 में यहां से जीत मिली थी. (फाइल फोटो: इंडिया टुडे)

उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से यहां के मौजूदा सांसद मनोज तिवारी जीत गए हैं. भोजपुरी एक्टर और गायक मनोज तिवारी का मुकाबला कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार से था. चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, तिवारी को 8 लाख 24 हजार 451 वोट मिले हैं. वहीं कन्हैया कुमार को 6 लाख 85 हजार 673 वोट मिले हैं. इस तरह मनोज तिवारी 1 लाख 38 हजार 778 वोटों से जीत गए हैं. 

दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से नॉर्थ ईस्ट दिल्ली ही ऐसी एकमात्र सीट है जहां से भाजपा ने अपने किसी सीटिंग MP को टिकट दिया है. इस इलाके में बिहार और उत्तर प्रदेश आए मजदूरों की काफी संख्या है. इसलिए कांग्रेस ने पूर्वांचल से ताल्लुक रखने वाले कन्हैया कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है. छठे फेज में 25 मई को यहां वोटिंग कराई गई थी.

2019 में बीजेपी इस सीट पर 3 लाख से ज्यादा वोटों से जीती थी. मनोज तिवारी को 53.86 फीसदी वोट मिले थे. तिवारी को कुल 7 लाख 87 हजार 799 वोट मिले. कांग्रेस की प्रत्याशी शीला दीक्षित को 28.83 फीसदी वोट मिले. शीला को 4 लाख 21 हजार 697 वोट मिले. वहीं आम आदमी पार्टी को केवल 13.05 फीसदी वोट मिले थे. 

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इससे पहले 2014 के मोदी लहर में भाजपा ने भोजपुरी सिंगर मनोज तिवारी को सीट के लिए चुना था. तिवारी ने पार्टी को निराश नहीं किया. चुनाव जीते. 45.38 फीसदी वोट हासिल किए. तिवारी को कुल 5 लाख 96 हजार 125 वोट मिले थे. आम आदमी पार्टी ने आनंद कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया था. आनंद को 34.41 फीसदी वोट मिले. नंबर में बात करें तो कुल 4 लाख 52 हजार 41 वोट. माने मनोज तिवारी ने आनंद कुमार 1 लाख 44 हजार 84 वोटों से हराया था.

लगभग 21 फीसदी मुस्लिम आबादी

2020 में दिल्ली में विधानसभा चुनाव हुए. चुनाव के ठीक बाद नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली सांप्रदायिक हिंसा से हिल गई थी. दोनों पक्षों के लोगों को नुकसान हुआ. इलाके में सामाजिक और सांप्रदायिक विभाजन देखने को मिला. दंगे में 53 लोगों की जान गई. 

दिल्ली का ये इलाका सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील माना जाता है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट की मानें तो इलाके में लगभग 21 फीसदी मुस्लिम आबादी रहती है. नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में पड़ने वाले मुस्तफाबाद, सीलमपुर, करावल नगर और घोंडा जैसे इलाके मुस्लिम बाहुल्य माने जाते हैं. ये लोकसभा सीट दस विधानसभा सीटों को समेटे हुए है. जिसमें बुराड़ी,  तिमारपुर, सीमापुरी, रोहतास नगर, सीलमपुर, घोंडा, बाबरपुर, गोकलपुर, मुस्तफाबाद और करावल नगर शामिल हैं.

सीट पर जातीय समीकरण      

दिल्ली के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर के आंकड़ों की माने तो इस सीट पर कुल वोटर्स की संख्या 23 लाख 81 हजार 442 है. नॉर्थ ईस्ट दिल्ली का इलाका राष्ट्रीय राजधानी का सबसे बड़ा जिला है. इंडिया टुडे से जुड़े कुमार कुणाल की रिपोर्ट के मुताबिक यहां पर अनुसूचित जाति (SC) के 16.3 फीसदी लोग निवास करते हैं. इलाके में 20.74 फीसदी मुस्लिम, 11.61 फीसदी ब्राह्मण, 4.68 फीसदी बनिया, 4 फीसदी पंजाबी, 7.57 फीसदी गुर्जर और 21.75 फीसदी OBC रहते हैं.

2019 में बेगूसराय से चुनाव लड़े थे कन्हैया

कन्हैया के लिए दिल्ली की लड़ाई नई थी. इससे पहले 2019 में उन्होंने बिहार के बेगूसराय के सीट से लोकसभा लड़ा था. भाजपा नेता गिरिराज सिंह से हार का सामना करना पड़ा था. गिरिराज सिंह ने कन्हैया कुमार को 4 लाख से अधिक वोटों से हरा दिया था.

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