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महाराष्ट्र, झारखंड में विधानसभा चुनावों की घोषणा, ECI ने बताई तारीखें

Maharashtra and Jharkhand Assembly Election 2024 Announced: चुनाव आयोग ने बताया है कि महाराष्ट्र मेें एक चरण और झारखंड में दो चरणों में वोटिंग होगी.

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(सांकेतिक फ़ोटो/इंडिया टुडे)

चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने 15 अक्टूबर को महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग ने बताया है कि महाराष्ट्र मेें एक चरण और झारखंड में दो चरणों में चुनाव संपन्न कराए जाएंगे. महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटें हैं. चुनाव आयोग ने बताया कि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी. वहीं झारखंड में 13 और 20 नवंबर को मतदान होगा. यहां भी 23 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे. झारखंड में 81 विधानसभा सीटें हैं.

महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में अभी एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं. राज्य में सरकार बनाने के लिए किसी दल या गठबंधन को 145 सीटें चाहिए होती हैं. 2019 के चुनाव में BJP को 103 सीटें मिली थीं. बाकी दलों के चुनाव परिणाम नीचे देख सकते हैं.

शिवसेना (शिंदे)- 40 सीटें
शिवसेना (उद्धव गुट)- 15 सीटें
NCP(अजीत)- 43 सीटें
NCP (शरद)- 10 सीटें
कांग्रेस- 43 सीटें
अन्य- 34 सीटें

महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है.

झारखंड

झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाली सरकार है. हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री हैं. झारखंड में विधानसभा की 81 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 42 सीटों की जरूरत होगी. 2019 के चुनाव में JMM को 30 सीटें मिली थीं. तब उसने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी. पिछले चुनाव में सभी दलों को मिली सीटें जान लीजिए.

JMM (झारखंड मुक्ति मोर्चा)- 30 सीटें
BJP- 25 सीटें
कांग्रेस- 16 सीटें
JVM (झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक))- 3 सीटें
आजसू (AJSU)- 2 सीटें
RJD (राष्ट्रीय जनता दल)- 1 सीटें
अन्य- 4 सीटें

झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को खत्म हो रहा है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि एग्जिट पोल के कारण बहुत बड़ी गड़बड़ी हुई है. उन्होंने कहा,

"एग्जिट पोल और उसके द्वारा तय की गई उम्मीदों के कारण बहुत बड़ी गड़बड़ी पैदा हो रही है. यह समय, खासकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए विचार-विमर्श और आत्मनिरीक्षण का समय है. पिछले कुछ चुनावों में 2-3 चीजें एक साथ हो रही हैं. पहले एग्जिट पोल आता है. हम इसे कंट्रोल नहीं कर सकते हैं. लेकिन इसे आत्मनिरीक्षण की जरूरत है."

EVM में गड़बड़ी के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा,

“मैं इस विषय को छूना नहीं चाहता था. एग्जिट पोल और उनसे जुड़ी उम्मीदों के कारण बड़ी गड़बड़ी पैदा हुई. यह प्रेस, खासकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए चिंतन का सवाल है. लेकिन चुनाव के 5-6 महीने पहले EVM को चेक किया जाता है. हमे EVM की 20 शिकायतें मिली हैं. हम सबका जवाब देंगे.”

प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच मुख्य चुनाव आयुक्त ने 2 बार शायरी पढ़ी. उन्होंने कश्मीर चुनाव पर: जम्हूरियत के जश्न में आपकी शिरकत, दुनिया देखेगी नापाक इरादों के शिकस्त की कहानी.
EVM की शिकायतों पर: कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना.

वीडियो: Supreme Court के पूर्व जज KM Joseph ने चुनाव आयोग को क्यों सुनाया?