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महाराष्ट्र चुनाव: 8 हजार उम्मीदवार चुनावी मैदान में, चुनाव आयोग को 10 हजार पर्चे मिले

Maharashtra Elections: नामांकन पत्रों की जांच 30 अक्टूबर को होनी है. 4 नवंबर की दोपहर को 3 बजे तक उम्मीदवारों के पास अपना नाम वापस लेने का मौका होगा.

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महाराष्ट्र चुनाव के लिए नामांकन की तारीख खत्म हो गई है. (सांकेतिक तस्वीर: इंडिया टुडे)

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Vidhan Sabha Chunav) के लिए नामांकन की तारीख खत्म हो गई है. कुल 288 सीटों के लिए करीब 8 हजार उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. आज यानी 30 नवंबर को इन उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी. 4 नवंबर की दोपहर को 3 बजे तक उम्मीदवारों के पास अपना नाम वापस लेने का मौका होगा. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) के कार्यालय की ओर से इस संबंध में एक बयान जारी किया गया है. 

उन्होंने कहा है कि 20 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए 7,995 उम्मीदवारों ने चुनाव आयोग के समक्ष 10,905 नामांकन दाखिल किए हैं. दरअसल, उम्मीदवारों की संख्या और नामांकन पत्र की इस संख्या में अंतर इसलिए है, क्योंकि अक्सर ऐसा होता है कि एक उम्मीदवार कई नामांकन पर्चे भरते हैं. ऐसा माना जाता है कि वो नामाकंन फॉर्म के खारिज होने की आशंका के कारण ऐसा करते हैं. फॉर्म भरते वक्त किसी गलती या उसमें दी गई जानकारी के सत्यापित ना हो पाने की स्थिति में नामांकन रद्द कर दिया जाता है. इससे बचने के लिए कई उम्मीदवार एक से ज्यादा पर्चे दाखिल करते हैं.

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महाराष्ट्र में नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 22 अक्टूबर से शुरू हुई और 29 अक्टूबर को ये प्रक्रिया समाप्त हुई. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 2019 के विधानसभा चुनाव में आयोग को 5,543 नामांकन मिले थे. जांच के बाद अंत में 3,239 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था. 

राज्य में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में भाजपा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की NCP शामिल है. दूसरी तरफ है महाविकास अघाड़ी. इसमें कांग्रेस के साथ शिवसेना (UBT) और NCP (शरद पवार) शामिल है.

इससे पहले नवाब मलिक की उम्मीदवारी पर सस्पेंस बना हुआ था. लेकिन नामांकन के आखिरी दिन 29 अक्टूबर को उन्हें NCP (अजित पवार) ने टिकट दे दिया. नामांकन के बाद मलिक ने कहा कि उन्होंने पहले निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरा था. लेकिन पार्टी ने उन्हें मानखुर्द शिवाजी नगर सीट से टिकट दे दिया. दरअसल, NCP (अजित पवार) के साथ गठबंधन में शामिल BJP ने नवाब मलिक की उम्मीदवारी का विरोध किया है. 

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