कमल नाथ ने मंच से कहा,
"सुरेंद्र राजेश हमारे उम्मीदवार हैं, सरल स्वभाव के सीधे साधे हैं. ये उसके जैसे नहीं है, क्या है उसका नाम? मैं क्या उसका नाम लूं आप तो उसको मुझसे ज्यादा अच्छे से जानते हैं, आपको तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था, 'यह क्या आइटम है."
मध्य प्रदेश के दतिया जिले से आने वाली इमरती देवी मुख्य रूप से किसानी से जुड़ी हैं. वो 2008 में 13वीं विधानसभा की सदस्य निर्वाचित हुईं. जिसके बाद साल 2008 से 2011 तक पुस्तकालय समिति की सदस्य रहीं. वहीं 2011 से 2014 के बीच इमरती देवी महिला एवं बालकों के कल्याण संबंधी समिति की सदस्य रहीं. वर्ष 2013 और 2018 में भी इमरती देवी जिला ग्वालियर के डबरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुईं. दलित समुदाय से आने वाली इमरती देवी अनुसूचित जाति/जनजाति हित रक्षा संघ की संरक्षक भी रही हैं.
दलित समुदाय से आने वाली इमरती देवी अनुसूचित जाति/जनजाति हित रक्षा संघ की संरक्षक भी रही हैं.
इमरती देवी ने 25 दिसम्बर, 2018 को कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली थी. इसके बाद जुलाई में वो शिवराज सिंह चौहान की सरकार में भी मंत्री बनीं. इस साल मार्च में जब ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए तब कांग्रेस सरकार में मौजूद इमरती देवी ने कहा था, 'सिंधिया कुएं में गिरेंगे तो हम भी साथ में गिरेंगे.'
बीजेपी ने कमल नाथ के खिलाफ खोला मोर्चा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा,
"यह केवल इमरती देवी का ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश की बेटियों- बहनों का भी अपमान है. कमल नाथ एक बेटी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसने इतने लंबे समय तक कांग्रेस की सेवा की. यह वही देश है जहां द्रौपदी का अनादर करने पर महाभारत हुआ था. लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे."ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा,
"दलित समाज की नेता और सरपंच पद से शुरुआत कर अपनी मेहनत से मंत्री बनीं इमरती देवी के लिए कमलनाथ कहते हैं कि वो आइटम हैं. कांग्रेस नेता अजय सिंह कहते हैं कि वो जलेबी हैं. महिलाओं और अनुसूचित जाति के विरुद्ध इनकी सोच और विचारधारा है."बसपा की मुखिया मायावती ने भी इस बयान की निंदा की. उन्होंने कहा,
"मध्यप्रदेश में ग्वालियर की डबरा रिजर्व विधानसभा सीट पर उपचुनाव लड़ रहीं दलित महिला के बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व सीएम द्वारा की गई घोर महिला-विरोधी अभद्र टिप्पणी अति-शर्मनाक व अति-निंदनीय है. इसका संज्ञान लेकर कांग्रेस को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए. कांग्रेस पार्टी को इसका सबक सिखाने व आगे महिला अपमान करने से रोकने आदि के लिए भी, खासकर दलित समाज के लोगों से अपील है कि वे एमपी में विधानसभा की सभी 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में अपना वोट एकतरफा तौर पर केवल बसपा उम्मीदवारों को ही दें तो यह बेहतर होगा."इमरती देवी को लेकर दिए गए बयान पर कमलनाथ ने सफाई देते हुए कहा,
"शिवराज जी आप कह रहे हैं कमलनाथ ने आइटम कहा. हां, मैंने आइटम कहा है क्योंकि यह कोई गलत शब्द नहीं है. लोकसभा और विधानसभा में कार्यसूची को आइटम नंबर लिखा जाता है, क्या यह गलत है?"