The Lallantop

Loksabha Election 2024 Results: कांग्रेस ने BJP को दिए 2014 जैसे जख्म, स्मृति ईरानी समेत कई मंत्रियों की हुई हार

स्मृति ईरानी, अजय कुमार टेनी, आरके सिंह, राजीव चंद्रशेखर समेत कई मंत्री चुनाव हार गए हैं.

post-main-image
Rahul Gandhi को हराने वाली Smriti Irani इस बार Amethi से नहीं जीत पाईं. (PTI)

2024 का लोकसभा चुनाव बीजेपी की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा. दो बार प्रचंड जीत के बाद बीजेपी इस बार अकेले दम पर बहुमत नहीं हासिल कर पाई. ये चुनाव ऐसे भी कई जख्म बीजेपी को दे गया जो बीजेपी ने 2014 के चुनाव में कांग्रेस को दिए थे. बीजेपी के कई सीटिंग सांसद तो चुनाव हारे ही, कई मंत्री भी अपनी सीट नहीं बचा पाए. आइए एक नज़र डालते हैं मोदी के मंत्रियों की उस लिस्ट पर जो चुनाव हार गए हैं.

स्मृति ईरानी- मोदी सरकार की सबसे फायरब्रैंड मंत्रियों में से एक. 2019 में राहुल गांधी को हराने के बाद राष्ट्रीय राजनीति में स्मृति ईरानी का कद काफी बढ़ भी गया. बीते 5 सालों में राहुल गांधी को काउंटर करने के लिए बीजेपी बार-बार स्मृति ईरानी को ही आगे करती रही. लेकिन इस बार स्मृति ईरानी अमेठी नहीं बचा पाईं. गांधी परिवार के विश्वस्त कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा ने ईरानी को हरा दिया.

अजय कुमार टेनी- अमित शाह के डिप्टी थे. मोदी 2.0 में उन्हें गृह राज्य मंत्री बनाया गया था. टेनी तब चर्चा में आए जब उनके बेटे आशीष मिश्रा पर किसान आंदोलन के दौरान किसानों को कुचलने के आरोप लगे. एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें यूपी के लखीमपुर में प्रदर्शन कर रहे किसानों को थार गाड़ी कुचलते हुए निकल गई थी. आरोप लगे कि इस गाड़ी को आशीष मिश्रा चला रहे थे.

2024 के लोकसभा चुनाव में अजय कुमार टेनी को समाजवादी पार्टी के उत्कर्ष वर्मा ने हराया है.

कौशल किशोर- मोदी सरकार में राज्य मंत्री और लखनऊ के बगल वाली मोहनलालगंज सीट से कौशल किशोर चुनाव हार गए हैं. उन्हें समाजवादी पार्टी के आरके चौधरी ने हराया.

महेंद्र नाथ पांडे- आलाकमान के नजदीकी नेताओं में शुमार महेंद्र नाथ पांडे चंदौली लोकसभा सीट से चुनाव हार गए हैं. उन्हें सपा के बीरेंद्र सिंह ने हराया. पांडे मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में हेवी इंडस्ट्रीज़ मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. इसके पहले वो स्किल डेवलपमेंट मिनिस्ट्री में भी मंत्री रहे. 2017 में जब यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी और केशव प्रसाद मौर्या को डिप्टी सीएम बनाया गया तब मौर्या की जगह पांडे को ही उत्तर प्रदेश बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया था.

आरके सिंह- 2017 से देश के बिजली विभाग का जिम्मा संभाल रहे आरके सिंह बिहार की आरा सीट से चुनाव हार गए हैं. उन्हें CPI (ML) के सुदामा प्रसाद ने हराया. आरके सिंह पिछले दो बार से इस सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंच रहे थे. आरके सिंह देश के पूर्व गृह सचिव भी रह चुके हैं. 2013 में सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन कर ली.

आरके सिंह की गिनती मोदी के पसंदीदा मंत्रियों की जाती रही. आरा में उनके खिलाफ कार्यकर्ताओं की नाराज़गी की खबरें आईं लेकिन उनका टिकट नहीं कटा. पर नतीजा ये हुआ कि वो चुनाव हार गए.

राजीव चंद्रशेखर- केरल की तिरुवनंतपुरम सीट से मोदी सरकार में मंत्री राजीव चंद्रशेखर हार गए हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता शशि थरूर इस सीट से पिछले 3 बार से चुनाव जीतते आ रहे थे. बीजेपी ने चुनावी जुआं खेलते हुए चंद्रशेखर को थरूर के खिलाफ उतारा था. लेकिन ये दांव उल्टा पड़ गया. वो चंद्रशेखर चुनाव हार गए. मोदी सरकार में वो इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्रालय में राज्य मंत्री थे.

साध्वी निरंजन ज्योति- फतेहपुर सीट से सींटिग सांसद और मोदी सरकार में मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति चुनाव हार गई हैं. उन्हें सपा के नरेश उत्तम पटेल ने हराया. वो पिछले 2014 से इस सीट से सांसद रही हैं. और मोदी सरकार के अलग-अलग मंत्रालयों में राज्य मंत्री रह चुकी हैं.

अर्जुन मुंडा- झारखंड से आने वाले मुंडा मोदी सरकार में ट्राइबल मिनिस्टर रहे. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं. उन्हें कांग्रेस के काली चरण मुंडा ने डेढ़ लाख वोटों से करारी शिकस्त दी है.

निशिथ प्रमाणिक - पश्चिम बंगाल की कूचबिहार सीट से चुनाव लड़ रहे निशिथ प्रमाणिक चुनाव हार गए हैं. वो अमित शाह के अंडर राज्य मंत्री थे. उन्हें ममता की पार्टी के जगदीश चंद्र बर्मा ने हरा दिया है.

कैलाश चौधरी- इस चुनाव में राजस्थान की सबसे चर्चित सीट रही बाड़मेर सीट. इस सीट को हॉट सीट बनाया रविंद्र सिंह भाटी ने. भाटी ने बीजेपी से टिकट मांगा था. पार्टी ने नहीं दिया तो उन्होंने निर्दलीय पर्चा भर दिया. भाटी के इस कदम ने बाड़मेर में त्रिकोणीय मुकाबला बना दिया. लेकिन भाटी हार गए. और मोदी सरकार के मंत्री कैलाश चौधरी तीसरे नंबर पर पहुंच गए. यहां से कांग्रेस के उम्मेदराम बेनीवाल सांसद बने.

रावसाहब दानवे- रेल राज्य मंत्री रावसाहब दानवे चुनाव हार गए हैं. वो पांच बार से महाराष्ट्र की जालना सीट से चुनकर आते रहे हैं. लेकिन 2024 में उन्हें कांग्रेस के कल्याण वैजीनाथराव ने उन्हें हरा दिया.

एल मुरुगन- तमिलनाडु के नीलगिरी सीट से केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन हार गए हैं. उन्हें DMK के ए राजा ने हरा दिया है.

वी मुरलीधरन- केरल की अटिंगल सीट से चुनाव लड़ रहे केंद्रीय मंत्री मुरलीधरन हार गए हैं. चुनाव में वो तीसरे स्थान पर रहे.

वीडियो: हेमा मालिनी ने लोकसभा चुनाव 2024 रिजल्ट के बीच पीएम मोदी पर क्या कहा?