लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) के लिए मतदान हो रहा है. पहले चरण में उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, असम, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश समेत 20 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. ऐसे में विदेशी मीडिया में इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया को लेकर रिपोर्टिंग की जा रही है. विदेशी मीडिया संस्थान लिख रहे हैं कि भारत में आम चुनावों के लिए मतदान शुरू हो चुका है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरी बार सत्ता में आने के अनुमान लगाए जा रहे हैं.
Lok Sabha Elections 2024: रिजल्ट आने से पहले ही विदेशी मीडिया ने PM मोदी को जिता दिया!
एक विदेशी मीडिया संस्थान लिखता है कि इन चुनावों में प्रधानमंत्री मोदी की भारतीय जनता पार्टी के प्रबल बहुमत से जीतने का अनुमान है, लेकिन सवाल यही है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 400 सीटों का आंकड़ा पार कर पाएंगे?
ब्रिटेन का अखबार द गार्डियन लिखता है कि नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी को भरोसा है कि इन चुनावों में उसका प्रदर्शन पहले से और बेहतर होने जा रहा है. अखबार यह भी लिखता है कि BJP पर आरोप लग रहे हैं कि इसके 10 साल पहले सत्ता में आने के बाद से देश में लोकतंत्र कमजोर हुआ है. अखबार आगे लिखता है कि चुनावी विश्लेषक कह रहे हैं कि दशकों बाद भारत में ऐसा चुनाव हो रहा है, जिसके परिणामों का अंदाजा सबको है. अखबार लिखता है कि अनुमान है कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार सत्ता हासिल करने जा रहे हैं.
अखबार आगे लिखता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताकत उनका हिंदू राष्ट्रवादी एजेंडा है, जिसमें देश के अल्पसंख्यकों को हाशिए पर डाला जा रहा है. अखबार ने अपनी रिपोर्ट में विपक्ष के उन आरोपों को भी जगह दी है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली BJP सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने के आरोप लगाए गए हैं. यह भी कहा गया है कि विपक्ष को चिंता है कि अगर BJP तीसरी बार सत्ता में आती है तो वो देश का संविधान बदल देगी. वहीं BJP की तरफ से इन सभी आरोपों को मनगढ़ंत बताया गया है.
कतर से चलने वाला मीडिया संस्थान अल-जजीरा लिखता है कि अयोध्या का राम मंदिर भारत के लोकसभा चुनावों का केंद्रीय मुद्दा है. मीडिया संस्थान ने लिखा है कि इस साल जनवरी में इस मंदिर का उद्घाटन हुआ था और यह BJP के हिंदू राष्ट्रवादी एजेंडे का एक प्रमुख आधार है. मीडिया संस्थान लिखता है कि इन चुनावों में प्रधानमंत्री मोदी की भारतीय जनता पार्टी के प्रबल बहुमत से जीतने का अनुमान है, लेकिन सवाल यही है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 400 सीटों का आंकड़ा पार कर पाएंगे? मीडिया संस्थान लिखता है कि प्रधानमंत्री मोदी के इस लक्ष्य में सबसे बड़ी बाधा दक्षिण भारतीय राज्य हैं, जो परंपरागत तौर पर BJP के एजेंडे को स्वीकार नहीं कर पाए हैं.
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मीडिया संस्थान ने इस चुनाव में BJP और विपक्ष के एजेंडे को भी रेखांकित किया है. मीडिया संस्थान लिखता है कि BJP और उसके सहयोगियों का कहना है कि उन्होंने भारत की वैश्विक छवि बदल दी है. साथ ही साथ आम लोगों की आय बढ़ाई है, इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किया है और वैश्विक आर्थिक संकट के बीच महंगाई को नियंत्रण मे रखा है. वहीं विपक्ष का कहना है कि नरेंद्र मोदी की सरकार की वजह से देश में बेरोजगारी और भ्रष्टाचार बढ़े हैं. विपक्ष का यह भी कहना है कि इस सरकार ने मीडिया का गला दबाकर रखा हुआ है और देश के अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत बढ़ी है.
अमेरिका के प्रतिष्ठित अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने शीर्षक लगाया है-'मोदी की ताकत बढ़ती जा रही है और भारत के लोग उन्हें और मजबूत बनाते हुए दिख रहे हैं.'
अखबार लिखता है कि BJP इस चुनाव में अपने हिंदू राष्ट्रवादी एजेंडे के साथ चुनाव में उतरी है और साथ ही साथ वो अपनी कल्याणकारी योजनाओं का जोर शोर से प्रचार कर रही है. अखबार आगे लिखता है कि BJP के समर्थक उससे काफी खुश हैं, वहीं जो लोग अब भी दुविधा में हैं उन्हें भी BJP की चुनावी रणनीति आकर्षित कर रही है. अखबार लिखता है कि लगातार दो बार सत्ता में रहने के बाद भी मोदी लोकप्रिय बने हुए हैं. अखबार लिखता है कि जो लोग आर्थिक तंगी, बेरोजगारी और महंगाई से जूझ रहे हैं वो भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा जताते हुए दिख रहे हैं.
अमेरिका के एक और प्रतिष्ठित अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने शीर्षक लगाया है- 'भारत में मतदान, महिलाएं और युवा मोदी और BJP को फिर से सत्ता में पहुंचा सकते हैं'
अखबार लिखता है कि आमतौर यह ट्रेंड होता है कि महिलाएं और युवा कम रूढ़िवादी होते हैं, लेकिन भारत में इस बार आम चुनावों में ऐसा होता हुआ नहीं दिख रहा है. अखबार लिखता है कि व्यापक बेरोजगारी और आर्थिक परेशानियों के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी ने इस तरह का माहौल बनाया है कि महिलाएं और युवा उनकी पार्टी को वोट करते हुए दिख रहे हैं. अखबार लिखता है कि प्रधानमंत्री मोदी ने व्यापक स्तर पर अपने हिंदू राष्ट्रवादी एजेंडे और कल्याणकारी कार्यक्रमों को लोगों तक पहुंचाया है और यह उनकी पार्टी और सहयोगियों के लिए काम करता हुआ दिख रहा है.
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ब्रिटेन का मीडिया संस्थान BBC भारत के आम चुनावों पर लाइव ब्लॉग चला रहा है. इसी क्रम में मीडिया संस्थान ने सवाल पूछा है कि क्या अयोध्या का राम मंदिर BJP को तीसरा कार्यकाल दिला सकता है? मीडिया संस्थान लिखता है कि अयोध्या में राम मंदिर बनवाना BJP का एक बहुत पुराना वादा था, जिसे इस साल जनवरी में पूरा कर दिया गया. संस्थान ने एक प्री पोल सर्वे का भी जिक्र किया है, जिसमें 22 फीसदी मतदाताओं ने कहा है कि राम मंदिर उनकी लिस्ट में पहले नंबर पर है.
इसके साथ ही मीडिया संस्थान ने अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी पर भी इस तरह के सवाल पूछे हैं. मीडिया संस्थान लिखता है कि भारत के आम लोग बेरोजगारी और महंगाई से जूझ रहे हैं और वोट डालते समय उनके मन में ये समस्याएं रहेंगी. मीडिया संस्थान लिखता है कि इससे विपक्ष को थोड़ी सी मजबूती मिल सकती है. हालांकि, कल्याणकारी योजनाएं मतदाताओं को BJP की तरफ खींच रही हैं.
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