हरियाणा विधानसभा चुनाव में BJP ने 48 सीटें जीती हैं. वहीं कांग्रेस को 37 सीटों पर जीत मिली है. हरियाणा में बीजेपी भले ही जीत गई है, लेकिन राज्य में उसके कई मंत्री चुनाव हार गए हैं. एक नज़र हरियाणा में नायब सिंह सैनी की सरकार के उन मंत्रियों और राज्य मंत्रियों (Minister of State) पर जो BJP के अच्छे प्रदर्शन के बावजूद हार गए हैं.
Haryana Election Results: BJP की बंपर जीत सैनी सरकार के इन मंत्रियों की हार नहीं रोक पाई
एक नज़र हरियाणा में नायब सिंह सैनी सरकार के उन कैबिनेट मंत्रियों और राज्य मंत्रियों पर जो BJP के अच्छे प्रदर्शन के बावजूद हार गए हैं.
1- कंवर पाल
नायब सिंह सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्री कंवर पाल ने जगाधरी से चुनाव लड़ा, लेकिन वो जीत हासिल नहीं कर सके. उन्हें इस सीट पर कांग्रेस के उसी प्रत्याशी से शिकस्त मिली, जिसे उन्होंने पिछले चुनाव में हराया था. बीजेपी के कंवर पाल को कांग्रेस के अकरम खान ने इस बार 6,868 वोटों के अंतर से हराया है. सैनी सरकार में कंवर पाल को कृषि और किसान कल्याण, पशुपालन और डेयरिंग, मछली पालन, संसदीय कार्य, हॉस्पिटैलिटी और पर्यटन विभाग सौंपा गया था.
2- जय प्रकाश दलाल
पिछले चुनाव में लोहारू सीट जीतने वाले जय प्रकाश दलाल इस बार हार गए हैं. वो भी सिर्फ 792 वोटों के अंतर से. उन्हें कांग्रेस के राजबीर फरटिया ने हराया है. नायब सिंह सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्री जय प्रकाश दलाल के पास वित्त, प्लानिंग, नगर एवं ग्राम योजना और शहरी संपदा, अभिलेखागार विभाग था.
3- कमल गुप्ता
हरियाणा की सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्री कमल गुप्ता को इस बार हिसार में हार का सामना करना पड़ा है. 2019 के विधानसभा चुनाव में हिसार सीट जीतने वाले कमल गुप्ता इस बार यहां तीसरे नंबर पर रहे. हिसार से निर्दलीय प्रत्याशी सावित्री जिंदल ने जीत हासिल की है. दूसरे नंबर पर कांग्रेस के राम निवास रहे. सैनी सरकार में कमल गुप्ता के पास स्वास्थ्य, मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, आयुष और सिविल एविएशन विभाग था.
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हरियाणा सरकार के वो राज्य मंत्री जो चुनाव हार गए1- असीम गोयल
हरियाणा की सैनी सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम गोयल इस बार अंबाला शहर से चुनाव नहीं जीत पाए. उन्हें कांग्रेस के निर्मल सिंह मोहरा ने 11,131 वोटों के अंतर से हरा दिया. नायब सिंह सैनी सरकार में असीम गोयल के पास परिवहन और महिला एवं बाल कल्याण विभाग का स्वतंत्र प्रभार था.
2- अभे सिंह यादव
नांगल चौधरी से बीजेपी के अभे सिंह यादव को कांग्रेस की मंजू चौधरी से हार का सामना करना पड़ा. वो 6,930 वोटों के अंतर से हारे हैं. सैनी सरकार में अभे सिंह के पास सिंचाई और जल संसाधन और सैनिक एवं अर्धसैनिक कल्याण विभाग का स्वतंत्र प्रभार था. पिछले चुनाव में अभे सिंह को नांगल चौधरी सीट से ही जीत मिली थी, लेकिन इस बार कांग्रेस ने बाजी मार ली.
3- सुभाष सुधा
हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुभाष सुधा को इस बार थानेसर में हार का सामना करना पड़ा. उन्हें कांग्रेस के अशोक कुमार अरोड़ा ने 3,243 वोटों के अंतर से हराया है. बता दें कि पिछले चुनाव में सुभाष सुधा ने थानेसर से ही जीत हासिल की थी. उन्होंने तब कांग्रेस के अशोक कुमार अरोड़ा को ही हराया था, लेकिन इस बार जीत का पासा पलट गया. हरियाणा की सैनी सरकार में सुभाष सुधा के पास शहरी स्थानीय निकाय और आवास विभाग का स्वतंत्र प्रभार था.
4- संजय सिंह
सैनी सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संजय सिंह ने इस बार नूंह से चुनाव लड़ा और तीसरे नंबर पर रहे. नूंह से कांग्रेस के आफताब अहमद को जीत हासिल हुई है. आफताब अहमद ने पिछली बार भी इसी सीट पर जीत दर्ज की थी. 2019 के विधानसभा चुनाव में संजय सिंह ने सोहना से चुनाव लड़ा और जीता था. सैनी सरकार में संजय सिंह को पर्यावरण, वन और वन्य जीवन और खेल विभाग का स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया था.
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