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Abhay Chautala: कभी हरियाणा 'चलाते थे', अब अपना ही गढ़ हार गए अभय चौटाला

हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Vidhan Sabha Elections) की शुरुआती काउंटिंग के बाद अब खेल पलट गया है. INLD के अशोक चौटाला ऐलनाबाद सीट से 15 हजार वोटों से हार गए.

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हरियाणा विधानसभा चुनाव में ऐलनाबाद सीट से अभय चौटाला 10 हज़ार वोटों से पीछे. (तस्वीर:PTI)

हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Vidhan Sabha Elections) की शुरुआती काउंटिंग के बाद अब खेल पलट गया है. पहले राउंड की वोटिंग में कांग्रेस आगे चल रही थी लेकिन जैसे-जैसे समय आगे बढ़ा BJP बहुमत के आंकड़े को पार कर गई है. BJP 49 और कांग्रेस 35 सीटों पर आगे चल रही है. कई दिग्गजों के साथ हो रहे उलटफेर के बीच इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के अभय चौटाला (Abhay Chautala) ऐलनाबाद सीट से चुनाव हार गए हैं.

क्या ऐलनाबाद में INLD का टूटेगा दबदबा?

INLD के प्रधान महासचिव अभय चौटाला ऐलनाबाद से लगातार दो बार जीत हासिल कर चुके हैं. लेकिन इस बार उनकी गाड़ी पटरी से उतरती नज़र आ रही है. चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार, ऐलनाबाद सीट के चुनाव परिणाम सामने आ गए हैं. INLD और (बहुजन समाजवादी पार्टी) BSP के संयुक्त उम्मीदवार अभय चौटाला को कांग्रेस के भरत सिंह बेनीवाल ने 15 हजार वोटों से हरा दिया. अभय को 62,865 वोट मिले हैं, जबकि भरत सिंह बेनीवाल 77,865 मतों से चुनाव जीत गए. BJP के अमीर चंद तलवारा को 13,320 वोट मिले हैं. जननायक जनता पार्टी (JJP) के अंजनी लड्ढा को 1593 और आम आदमी पार्टी के मनीष अरोड़ा को 885 वोट मिले हैं. 

जाट बहुल्य ऐलनाबाद सीट पर ओबीसी के लगभग 18 प्रतिशत और अनुसूचित जाति के 21 प्रतिशत मतदाता हैं. ऐलनाबाद सीट पर सिख 7 फीसदी और ब्राह्मण 3 फीसदी हैं. कांग्रेस पिछले लगभग तीन दशक से ऐलनाबाद में एक अदद जीत की तलाश में है. साल 1991 में मनी राम ने कांग्रेस की टिकट पर जीत हासिल की थी.

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पिछले विधानसभा चुनावों के परिणाम

हरियाणा की सिरसा जिले के अंतर्गत आने वाली ऐलनाबाद सीट पर अभय सिंह चौटाला ने पिछले डेढ़ दशक से अपना दबदबा बनाकर रखा हुआ था. उन्होंने साल 2010 के विधानसभा उपचुनाव में जीत दर्ज की थी. उसके बाद उन्होंने 2014 और 2019 में अपने जीत के क्रम को बरकार रखा. पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के पोते अभय ने साल 2021 में किसान आंदोलन के विरोध में अपनी विधायकी से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद वहां हुए उपचुनाव में उन्होंने एक बार फिर से जीत हासिल की थी. 

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