The Lallantop

गौरी लंकेश की हत्या के आरोपी ने जॉइन की एकनाथ शिंदे की शिवसेना, चुनाव का जिम्मा भी मिला

2017 में बेंगलुरु में Gauri Lankesh को उनके घर के बाहर गोली मार दी गई थी. कर्नाटक पुलिस की SIT ने इस मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार किया था. इनमें से 11 को जमानत मिल चुकी है.

post-main-image
अगले महीने महाराष्ट्र में विधानसभा का चुनाव होना है. (फाइल फोटो: इंडिया टुडे)

पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या का एक आरोपी शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) में शामिल हो गया है. अगले महीने महाराष्ट्र में विधानसभा का चुनाव होना है. ऐसे में आरोपी श्रीकांत पंगारकर ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली पार्टी को ज्वॉइन कर लिया है. पार्टी ने उन्हें चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी भी दे दी है.

पंगारकर को 2018 में गौरी लंकेश की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था. पिछले महीने कर्नाटक हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी. 2018 में ही पंगारकर को अवैध हथियार खरीदने के एक मामले में भी आरोपी बनाया गया था. दोनों ही मामलों की सुनवाई चल रही है और दोनों ही मामले में वो जमानत पर बाहर हैं. जमानत मिलने से पहले वो मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद थे.

इंडियन एक्सप्रेस से जुड़े वल्लभ ओजारकर और सदाफ मोदक ने इस मामले को रिपोर्ट किया है. 18 अक्टूबर को पार्टी नेता और पूर्व राज्य मंत्री अर्जुन खोतकर की मौजूदगी में पंगारकर ‘शिंदे सेना’ में शामिल हो गए. अर्जुन खोतकर ने बताया कि पंगारकर को जालना विधानसभा क्षेत्र में चुनाव कैंपेनिंग का प्रभार दिया गया है.

खोतकर के विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही है. पंगारकर के बारे उन्होंने बताया कि वो पार्टी के पुराने कार्यकर्ता थे और अब फिर से पार्टी में वापस आ गए हैं. खोतकर ने कहा कि पंगारकर को कोर्ट ने जमानत दे दी है. और वो न्यायिक कार्यवाही पूरी करने के बाद जेल से बाहर आ गए हैं. खोतकर से ये भी पूछा गया कि क्या पंगारकर को भी विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मिलेगा? जवाब में उन्होंने कहा कि वो जालना में पार्टी के लिए काम करेंगे. हालांकि, पार्टी के प्रवक्ता और विधायक संजय शिरसाट ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि उन्हें पंगारकर के पार्टी में शामिल होने की जानकारी नहीं है.

शिवसेना पहले शिंदे और UBT गुट में नहीं बंटा था. तब 2001 से 2006 तक श्रीकांत पंगारकर जालना नगरपालिका में पार्षद थे. 2011 के नगर निगम चुनाव के दौरान पार्टी ने उन्हें निकाल दिया था. इसके बाद वो हिंदू जनजागृति समिति में शामिल हो गए थे.

Gauri Lankesh को गोली मार दी गई थी

5 सितंबर, 2017 को बेंगलुरु में गौरी लंकेश को उनके घर के बाहर गोली मार दी गई थी. कर्नाटक पुलिस की SIT ने इस मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार किया था. इनमें से 11 को जमानत मिल चुकी है.

पंगारकर को लंकेश की हत्या मामले में कर्नाटक पुलिस की SIT ने गिरफ्तार किया था. इस मामले में उन पर साजिश रचने, वाहन और हथियारों की व्यवस्था करने के साथ एक ट्रेनिंग कैंप में भाग लेने का आरोप लगा था. वहीं नालासोपारा हथियार बरामदगी मामले में उन्हें महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने गिरफ्तार किया था. साल 2018 में महाराष्ट्र के नालासोपारा में पिस्तौल, एयरगन और देसी बम जब्त किए गए थे. ATS ने दावा किया कि इन हथियारों को खरीदने के लिए पंगारकर ने पैसे दिए थे. पंगारकर समेत 12 आरोपियों पर साजिश रचने के आरोप लगाए गए थे.

ATS ने ये दावा भी किया था कि आरोपियों ने दिसंबर 2017 में पुणे में आयोजित सनबर्न संगीत समारोह में पेट्रोल बम फेंकने की साजिश रची थी. क्योंकि उन्हें लगा था कि ये हिंदू संस्कृति के खिलाफ है. ATS ने कहा था कि एक आरोपी ने देखा कि वो CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गया है. इसके बाद वो पीछे हट गए. हालांकि, ATS ने दावा किया कि आरोपियों ने कुछ प्रमुख लोगों के घरों की रेकी भी की थी.

वीडियो: नेतानगरी: हरियाणा जैसा खेल झारखंड में भी होगा? महाराष्ट्र की बाजी अमित शाह जीतेंगे या शरद पवार?