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मनमोहन सरकार में गृह मंत्री रहे शिवराज पाटिल की बहू बीजेपी में शामिल

अर्चना पाटिल चाकुरकर ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) ज्वाइन कर लिया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि, 'मैं कभी भी आधिकारिक तौर पर कांग्रेस में नहीं थी'

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अर्चना पाटिल चाकुरकर ने भरतीय जनता पार्टी (BJP) ज्वाइन करते हुए कहा कि 'मैं कभी भी आधिकारिक तौर पर कांग्रेस में नहीं थी' (तस्वीर-सोशल मीडिया X)

कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल की बहू अर्चना पाटिल चाकुरकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गई हैं. उन्होंने महाराष्ट्र के डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में BJP की सदस्यता ग्रहण की. इससे पहले 28 मार्च को अर्चना पाटिल ने देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी. जिसके बाद से ही उनके BJP में जाने की अटकलें तेज हो गई थीं.

अर्चना पाटिल ने शनिवार, 30 मार्च को मुंबई में महाराष्ट्र BJP अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस समेत कई और नेताओं की मौजूदगी में BJP की सदस्यता ग्रहण की. इस मौके पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा,

''आज बहुत ख़ुशी की बात है कि अर्चना पाटिल ने बीजेपी में प्रवेश किया. उनका 30 सालों का सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अनुभव है. लातूर जिले के लिए ही नहीं बल्कि मराठवाड़ा के लिए भी अच्छा नेतृत्व मिला है. हमने 2019 में प्रस्ताव भी दिया था कि आप चुनाव लड़िए.''

BJP में शामिल होने के बाद क्या बोलीं आर्चना?

अर्चना पाटिल उदगीर में लाइफकेयर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की चेयरपर्सन हैं और उनके पति शैलेश पाटिल कांग्रेस के राज्य सचिव हैं. अर्चना ने BJP में शामिल होने के बाद कहा,

“मैं राजनीतिक क्षेत्र में काम करने के लिए BJP शामिल हुई हूं. मैं PM नरेंद्र मोदी द्वारा लाए गए नारी शक्ति वंदन अधिनियम से बहुत प्रभावित हूं. यह महिलाओं को समान अवसर देता है. मैं लातूर में जमीनी स्तर पर काम किया है. मैं BJP के साथ जमीनी स्तर पर काम करूंगी. मैं कभी भी आधिकारिक तौर पर कांग्रेस में नहीं थी.”

महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीट हैं. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में BJP ने 23 जीती थीं. उसके बाद शिवसेना 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी.

कौन हैं शिवराज पाटिल?

शिवराज विश्वनाथ पाटिल 1980 में लातूर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे. उन्होंने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की सरकार में रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया था. 1991 से 1996 तक लोकसभा के 10वें अध्यक्ष रहे. शिवराज 2004 से 2008 तक भारत के गृह मंत्री रहे हैं. 2010 से 2015 तक पंजाब राज्य के राज्यपाल भी रहे हैं.

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