महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों के 10 दिन बाद आखिरकार मुख्यमंत्री (Maharashtra CM) पद को लेकर बना सस्पेंस खत्म हो गया. 5 दिसंबर की शाम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) मुंबई के ऐतिहासिक आजाद मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके साथ अजित पवार भी डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे. साथ में एकनाथ शिंदे भी बतौर डिप्टी सीएम शपथ ले सकते हैं. हालांकि, अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
देवेंद्र फडणवीस ही लेंगे महाराष्ट्र के CM पद की शपथ, शिंदे ने सबसे सामने जताई खुशी, लेकिन...
Devendra fadnavis 5 दिसंबर को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. उनके साथ Ajit Pawar भी डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे. इसके अलावा Eknath Shinde भी डिप्टी सीएम पद की शपथ ले सकते हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, देवेंद्र फडणवीस के कैबिनेट में 43 मंत्रियों को जगह दी जा सकती है. हालांकि, अभी 5 दिसंबर को किसी भी विधायक को मंत्रिपद की शपथ नहीं दिलाई जाएगी. क्योंकि महायुति के तीनों घटक दल में मंत्रिमंडल को लेकर अभी बातचीत चल रही है.
इससे पहले कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की. और अपने विधायकों का समर्थन पत्र सौंपकर सरकार बनाने का दावा पेश किया.
4 दिसंबर की शाम को देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे से मुलाकात की. और मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से कहा,
वे एकजुट हैं, सीएम, डिप्टी सीएम पद तकनीकी व्यवस्थाएं हैं. हम तीनों महाराष्ट्र के व्यापक हित में निर्णय लेंगे. पहले भी हमने एक टीम के तौर पर काम किया है. और सामूहिक निर्णय लिया है. मैंने व्यक्तिगत रूप से एकनाथ शिंदे से सरकार का हिस्सा बनने का अनुरोध किया. मैंने उनसे कहा कि बीजेपी और शिवसेना के सदस्यों की भी यही इच्छा है कि वे महायुति सरकार का हिस्सा बनें.
शिवसेना से जुड़े सूत्रों के मुताबिक एकनाथ शिंदे भले ही उपमुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते हैं, लेकिन उन्होंने इसकी सहमति दे दी है. राज्यपाल से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में शिंदे ने सीएम के तौर पर फडणवीस को अपनी पार्टी का समर्थन देने की घोषणा की. उन्होंने कहा,
ठीक ढाई साल पहले इसी जगह पर फडणवीस ने सीएम पद के लिए मेरे नाम की घोषणा की थी. यह उनकी उदारता थी, क्योंकि वो पहले महाराष्ट्र के सीएम रह चुके थे. और आज मैं सीएम पद के लिए उनके नाम का समर्थन करते हुए खुश हूं.
सरकार गठन के लिए चल रही बातचीत के बीच अचानक सतारा में अपने गांव जाने के फैसले पर शिंदे ने कहा कि वह वहां आराम करने गए थे. उन्होंने आगे बताया कि वो अब ठीक हैं, लेकिन गले में थोड़ी तकलीफ है.
एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सरकार में शामिल होने के बारे में वो शाम तक फैसला करेंगे. लेकिन खबर लिखे जाने तक शिवसेना की तरफ से अब तक इसकी पुष्टि नहीं की गई है.
इससे पहले 4 दिसंबर की सुबह बीजेपी कोर कमेटी ने मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस के नाम की मंजूरी दे दी. और इसके बाद 132 सदस्यीय बीजेपी विधायक दल ने सर्वसम्मति से उन्हें अपना नेता चुना. केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी दोनों बैठक में मौजूद थे.
वीडियो: नेतानगरी: शरद पवार और देवेंद्र फडणवीस की दुश्मनी के पीछे की कहानी पता लग गई!