भारतीय जनता पार्टी (BJP) 48 सीटों के साथ दिल्ली विधानसभा चुनाव जीत गई है. BJP की पिछले 27 सालों से दिल्ली की सत्ता में फिर वापसी करने की इच्छा जनता ने पूरी कर दी. पिछले दो चुनाव में प्रचंड बहुमत लाने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) इस बार 22 सीटों पर सिमट गई. कांग्रेस का तो खाता ही नहीं खुला. इस चुनाव में BJP और AAP दोनों ने एक-दूसरे को कड़ी टक्कर देने की कोशिश की. लेकिन कुछ सीटें ऐसी भी रहीं, जहां जीत का अंतराल बहुत ज्यादा रहा. हम बात उन्हीं सीटों की करेंगे.
दिल्ली की 5 सीटें जहां जीत का अंतर सबसे ज्यादा रहा, लेकिन यहां किला किसने फतेह किया?
हम बात उन सीटों की करेंगे जहां जीत का अंतर बहुत बड़ा रहा. इसमें सबसे ऊपर मटिया महल की सीट रही. यहां जीत का फासला 42 हजार से ज्यादा मतों का था और जीत AAP के खाते में गई.
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ये सीट जीती AAP के मोहम्मद इकबाल ने. उन्होंने BJP की दीप्ति इंदौरा को 42,724 वोटों से हराया. मोहम्मद इकबाल के खाते में 58,120 वोट आए. वहीं, दीप्ति इंदौरा को 15,396 वोटर्स का साथ मिला. इस सीट पर कांग्रेस की तरफ से मैदान में थे आसिम अहमद खान जिन्हें 10,295 वोट मिले.
सीलमपुर विधानसभा सीटनॉर्थ ईस्ट दिल्ली संसदीय क्षेत्र की सीलमपुर सीट से AAP के चौधरी जुबैर अहमद विधायक बने हैं. उन्हें 79,009 वोट मिले. उनके खिलाफ मैदान में BJP ने अनिल कुमार शर्मा को उतारा था, जिन्हें 36,532 वोट मिले. दोनों के बीच 42,477 मतों का फर्क रहा. जबकि कांग्रेस के अब्दुल रहमान को 16,551 वोट मिले. मज़ेदार बात ये है कि अब्दुल रहमान ने 2020 के चुनाव में जीत दर्ज की थी. उस समय उन्होंने AAP के टिकट से चुनाव लड़ा था. लेकिन इस बार वो कांग्रेस में शामिल हो गए.
बवाना में BJP के उम्मीदवार रविंदर इंद्राज सिंह को 1,19,515 वोट मिले. AAP के विधायक जय भगवान उपकार ने भी कांटे की टक्कर देते हुए 88,040 वोट हासिल किए. हालांकि, जय भगवान 31,475 वोटों से पीछे रह गए. वहीं, कांग्रेस के सुरेंद्र कुमार को 18,713 वोट मिले, और वो तीसरे नंबर पर रहे.
रोहिणी विधानसभा सीटरोहिणी से BJP के उम्मीदवार विजेंद्र गुप्ता ने AAP के प्रदीप मित्तल को 37,816 वोटों से हराया है. विजेंद्र गुप्ता को रोहिणी की जनता से 70,365 वोट मिले. वहीं AAP के प्रदीप मित्तल को 32,549 वोट हासिल हुए. वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार सुमेश गुप्ता 3,765 मतों पर सिमट कर रह गए. इस चुनाव में विजेंद्र गुप्ता बीजेपी की ओर से सबसे ज्यादा मतों से जीतने वाले उम्मीदवार हैं.
2015 और 2020 में भी विजेंद्र गुप्ता ने रोहिणी सीट से चुनाव लड़ा था. और दोनों बार आम आदमी पार्टी की प्रचंड लहर में जीत भी दर्ज की थी. विजेंद्र गुप्ता दिल्ली BJP के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं और दिल्ली नगर निगम (MCD) की स्टैंडिंग कमेटी के पूर्व चेयरमैन भी.
बीजेपी ने देवली सीट से चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के उम्मीदवार को उतारा था. लेकिन यहां जीत मिली AAP नेता प्रेम चौहान को. उन्हें 86,889 वोट मिले. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के उम्मीदवार दीपक तंवर के पास 50,209 वोट आए. दोनों के बीच 36,680 मतों का अंतर रहा.
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