भारतीय जनता पार्टी (BJP) दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता में लौट रही है. इसमें बीजेपी के चुनाव प्रचार की स्ट्रैटेजी का अहम रोल माना जा रहा है. चाहे झुग्गीवासियों तक सबसे पहले पहुंचने का दांव रहा हो या दिल्ली में रह रहे पूर्वांचली वोटर्स को साधने का मामला. बीजेपी ने अग्रेसिव कैंपेनिंग की, जिसका नतीजा चुनाव के नतीजे खुद बता रहे हैं. दिल्ली की अगर पूर्वांचली बहुल सीटों पर गौर करें तो बीजेपी ने यहां आम आदमी पार्टी को मात दी. इसका असर सीट टैली में दिखाई दे रहा है.
दिल्ली चुनाव में BJP को 'यूपी-बिहार' से भर-भरकर वोट, पूर्वांचलियों ने AAP का बुरा हाल किया
चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने पूर्वांचली बहुल इलाकों में अग्रेसिव कैंपेनिंग की, जिसका नतीजा चुनाव मतगणना में दिख रहा है.

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली की 18 ऐसी सीटें हैं जहां पूर्वांचली वोटर्स की अच्छी खासी संख्या है. इनमें से 15 सीटों पर बीजेपी ने बाजी मारी है जबकि AAP सिर्फ 3 पर बढ़त बना पाई. यानी पूर्वांचली वोटर्स पर बीजेपी का जादू सीधे तौर पर देखने को मिल रहा है.
15 सीटें जहां बीजेपी जीती- द्वारका से बीजेपी प्रद्युम्न सिंह राजपूत 7 हजार से ज्यादा वोटों जीतते दिखे.
- लक्ष्मी नगर से बीजेपी अभय वर्मा ने 11 हजार वोटों से जीत दर्ज की.
- करावल नगर से कपिल मिश्रा 23,352 वोटों से जीते. कपिल मिश्रा बीजेपी के फायर ब्रैंड नेता हैं जो केजरीवाल की पार्टी छोड़ कर आए हैं.
- मालवीय नगर से दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने 2131 वोटों से AAP के बड़े नेता सोमनाथ भारती को हराया.
- मनीष सिसोदिया की पुरानी सीट पटपड़गंज में भी आप हार गई. बीजेपी के रविंद्र सिंह नेगी ने नए-नए नेता बने अवध ओझा को 28,000 से ज्यादा वोटों से हरा दिया.
- राजेंद्र नगर से बीजेपी उमंग बजाज ने 1200 से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है.
- रोहतास नगर से जितेंद्र महाजन ने करीब 28 हजार वोटों से जीत दर्ज की.
- संगम विहार से बीजेपी के चंदन कुमार चौधरी ने बेहद कम मार्जिन से चुनाव जीता. उन्होंने 344 वोटों से आम आदमी पार्टी के दिनेश मोहनिया को हराया.
- शालीमार बाग से रेखा गुप्ता ने करीब 30 हजार वोटों से AAP उम्मीदवार को हरा दिया है.
- विकासपुरी से पंकज कुमार सिंह 8 हजार से ज्यादा वोटों से जीतते दिख रहे हैं.
- मॉडल टाउन से अशोक गोयल ने 13 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की.
- बाबरपुर से गोपाल राय ने करीब 19 हजार वोटों से जीत दर्ज की.
- बुराड़ी से संजीव झा करीब 17 हजार वोटों से जीत दर्ज कर रहे हैं.
- किराड़ी से अनिल झा ने 21 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है.
रिपोर्ट के मुताबिक बिहार और उत्तर प्रदेश से आए प्रवासियों की संख्या दिल्ली के कुल मतदाताओं का लगभग दो-तिहाई हिस्सा हैं. पिछली तीन जनगणनाओं के आंकड़ों के मुताबिक, बिहार और उत्तर प्रदेश से दिल्ली आने वाले प्रवासियों की संख्या दिल्ली की कुल जनसंख्या के पांचवें हिस्सा से बढ़कर चौथाई तक पहुंच गई है. हालांकि, उत्तर प्रदेश से आए सभी प्रवासियों को पूर्वांचली नहीं कहा जा सकता, क्योंकि जनगणना में जिलेवार प्रवासियों का विवरण नहीं दिया गया है. पूर्वांचली वोटर पिछले दो चुनावों में आम आदमी पार्टी के साथ थे. लेकिन इस बार उनमें ‘AAP’ के प्रति निराशा देखी जा रही है.
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