हरियाणा की हॉट सीट माने जाने वाली रोहतक लोकसभा सीट (Rohtak Haryana Lok sabha election results) से कांग्रेस के उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह हुड्डा चुनाव जीत गए हैं. उन्होंने बीजेपी के कैंडिडेट डॉक्टर अरविंद शर्मा को 345298 वोटों से हरा दिया है. चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार दीपेंद्र हुड्डा (Deepender Hooda) को 783578 वोट मिले. वहीं मौजूदा सांसद डॉक्टर अरविंद शर्मा (Dr. Arvind Sharma) को 438280 वोट मिले.
Rohtak Haryana Lok Sabha Parinam 2024: दीपेंद्र सिंह हुड्डा को मिली बड़ी जीत
Deepender Singh Hooda Rohtak Results 2024: हरियाणा की Rohtak Lok sabha seat से Deepender Hooda चुनाव जीत गए हैं.

रोहतक लोकसभा सीट से कांग्रेस ने जहां पूर्व मुख्यमंत्री और कद्दावर नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा को टिकट दिया है. दीपेंद्र इस सीट पर तीन बार सांसद रह चुके हैं. लेकिन पिछले आम चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. दीपेंद्र को बीजेपी के डॉ अरविंद शर्मा ने मात दी थी. इस बार भी बीजेपी ने उन्ही को टिकट दिया है. जबकि दुष्यंत चौटाला की JJP ने रविंदर को अपना उम्मीदवार बनाया है.
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साल 2014 में हुए लोकसभा चुनावों में दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने बड़े अंतर से जीत हासिल की थी. उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार ओम प्रकाश धनखड़ को लगभग 1 लाख 70 हजार वोटों के अंतर से हराया था. दीपेंद्र सिंह हुड्डा को 490,063 वोट मिले थे. जबकि ओम प्रकाश धनखड़ को 3,19,436 वोट मिले थे. वहीं इंडियन नेशनल लोकदल के शमशेर सिंह खरकड़ा 1,51,120 वोट के साथ तीसरे नंबर पर रहे थे.
2019 का जनादेशजबकि साल 2019 में हुए चुनावों में BJP के उम्मीदवार अरविंद शर्मा को जीत मिली थी. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह हुड्डा को लगभग सात हजार वोटों के मामूली अंतर से हराया था. अरविंद शर्मा को 573,845 वोट मिले थे. जबकि दीपेंद्र सिंह हुड्डा को 5,66,342 वोट मिले थे. जबकि JJP के उम्मीदवार प्रदीप देसवाल को 21,211 वोट मिले थे.
सीट रोचक क्यों?रोहतक लोकसभा सीट काफी ऐतिहासिक रही है. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के गढ़ के रूप में जाना जाता रहा है. साल 1991 से कांग्रेस रोहतक में जीत का परचम लहराती रही है. इस सीट पर साल 1989 में देवीलाल इस सीट पर चुनाव जीते थे. वो राजस्थान के सीकर से भी चुनाव जीते थे. ऐसे में उन्होंने रोहतक सीट छोड़ने का फैसला किया था. साल 1991 से कांग्रेस रोहतक में जीत का परचम लहराती रही है.
यहां से पार्टी को बस साल 1999 और 2019 में हार मिली है. रोहतक लोकसभा क्षेत्र तीन जिलों में फैला हुआ है और इसमें कुल नौ विधानसभा सीटें आती हैं. इसकी चार सीटें रोहतक जिले में, चार झज्जर में और एक सीट रेवाड़ी जिले में है. 2019 के विधानसभा चुनाव में इन 9 सीटों में से 7 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली थी. जबकि एक सीट पर बीजेपी और एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी. बसपा से राजेश बैरागी भी इस सीट से उम्मीदवार बने थे. हालांकि उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया था और वह दीपेंद्र हुड्डा के साथ आ गए हैं. जबकि इनेलो ने यहां से कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है.
रोहतक लोकसभा क्षेत्र में लगभग 16 लाख 66 हजार मतदाता हैं. इनमें से 6.50 लाख जाट मतदाता हैं. वहीं 3 लाख अनुसूचित जाति, 1.75 लाख अहीर, 1.30 लाख ब्राह्मण और 1.15 लाख पंजाबी मतदाता हैं. ऐसे में इस सीट पर जाट बनाम गैर जाट की टक्कर रहती है. अरविंद शर्मा की बात करें तो वो तीन लोकसभा क्षेत्रों से चुनाव जीत चुके हैं. रोहतक से पहले उन्होंने 1996 में उन्होंने सोनीपत से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीता था. जबकि 2004 और 2009 में करनाल से कांग्रेस के टिकट पर सांसद बन चुके हैं.
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