इस गेम की कहानी एक डिस्टोपियन फ्यूचर में सेट है, जहां लोग जिस्म में मशीनी पार्ट फिट करके घूमते हैं. किसी की आंख में कैमरा फिट है, किसी के हाथ में तलवार तो किसी का लगभग पूरा जिस्म ही मशीनों से बना है. गेम में आपके कैरेक्टर का नाम V है, जिसे आप पूरी तरह से कस्टमाइज़ कर सकते हैं. यहां तक कि उसका जेन्डर और बैक स्टोरी भी. आप गेम में जो निर्णय लेते हैं, उसके हिसाब से गेम की एन्डिंग भी अलग होती है. हाइप-ट्रेन
Cyberpunk का अनाउंसमेंट अक्टूबर 2012 में हुआ था. जनवरी 2013 में इसका टीज़र आया, फ़िर 5 साल के बाद गेमिंग ट्रेड शो E3 2018 पर गेम का ट्रेलर दिखाया गया. इसी साल CD Projekt ने Cyberpunk 2077 की 48 मिनट की गेमप्ले फुटेज भी दिखाई है. गेमिंग शो E3 2019 में मैट्रिक्स और जॉन विक मूवीज़ के लीड ऐक्टर कियानू रीव्स के ऊपर गेम का एक कैरेक्टर जॉनी सिल्वरहैंड दिखाया गया, जिसे आवाज़ भी इन्होंने ने ही दी थी.
गेम की रिलीज़ डेट अप्रैल 2020 रखी गई. मगर रिलीज़ टलती रही. इससे कुछ फैंस इतने गुस्सा गए कि CD Projekt के डेवलपर्स को जान से मारने की धमकी तक देने लगे. फ़िर आखिरकार करीब 8 साल के इंतज़ार के बाद दिसंबर 2020 में Cyberpunk 2077 लॉन्च हुआ. मगर ये भी साल 2020 की एक ट्रेजडी बन गया.
रिलीज़ के टाइम पर CD Projekt जहां Poland की सबसे बड़ी कंपनी बन गई थी, गेम की ऐसी कंडीशन दिखने के बाद इसका स्टॉक लगभग 30% गिर गया. एक बात ये भी पता चली कि शो E3 2018 पर Cyberpunk 2077 का
फेक था. इस वर्ज़न में जो चीजें दिखाई गई थीं, उनमें से बहुत सारे फीचर असली गेम में मौजूद ही नहीं हैं. गेम के साथ ऐसा क्यों हुआ? गेम रिलीज होने के बाद ऐसा लगा जैसे CD Projekt ने जल्दबाज़ी दिखाकर अध-कच्चा माल परोस दिया हो. इतने सारे बग्स को देखते हुए लगता है कि डेवलपर्स को थोड़ा टाइम और चाहिए था. फ़िर Cyberpunk 2077 को इतनी जल्दबाज़ी में क्यों लॉन्च कर दिया गया?
ब्लूमबर्ग के रिपोर्टर जेसन श्राइयर की रिपोर्ट बताती है कि गेम का अनाउंसमेंट और टीज़र भले ही 2012 और 2013 में आया हो, मगर गेम का असल डेवलपमेंट 2016 में चालू हुआ. ऐसे में डेवलपर्स के लिए कंपनी की ओर से सेट की गई गेम रिलीज़ टाइमलाइन को मैच करना बहुत मुश्किल था. डेवलपर्स के हिसाब से गेम 2022 से पहले तैयार नहीं हो सकता था. डेवलपर्स ने ओवरटाइम काम किया, गेम के फीचर हटा दिए गए, शहर का साइज़ छोटा कर दिया गया. मगर फ़िर भी रिलीज़ डेट तक गेम पूरी तरह से तैयार नहीं हो पाया. और कंपनी ने इसे ऐसी हालत में ही लॉन्च कर दिया.
CD Projekt के को-फाउन्डर Marcin Iwiński ने गेम की खराबी के लिए जिम्मेदारी ली. कहा, ये मेरी लीडरशिप टीम की गलती है. इसमें CD Projekt के डेवलपर्स या दूसरी किसी टीम की कोई गलती नहीं है. गेम को रिलीज़ करने का फ़ैसला मेरा और कंपनी के बोर्ड का था.
श्राइयर की रिपोर्ट में गेम डेवलपमेंट को लेकर कई ऐसी बातें बताई गई हैं, जो इसके फ़ेल होने की वजह रहीं. कोरोना महामारी के चलते वर्क फ्रॉम होम मोड, टीम का कल्चरल डिफरेंस के अलावा एक बड़ी चीज़ थी कंपनी का PS4 और Xbox One जैसे पुराने कंसोल के लिए गेम को डिजाइन करना. डेवलपर्स का मानना था कि गेम इतना डिमांडिंग है कि पुराने कंसोल पर नहीं चल पाएगा. मगर कंपनी चाहती थी कि PS5 और Xbox Series X के लॉन्च से पहले Cyberpunk 2077 लॉन्च हो जाए ताकि दोनों जनरेशन के लिए गेम बेचा जा सके. Cyberpunk 2077 का आगे क्या होगा? कंपनी ने आश्वासन दिया है कि गेम को बेहतर बनाने के लिए इस साल कई पैच और अपडेट दिए जाएंगे. साथ ही, जिन लोगों ने गेम खरीदा है, उन्हें फ़्री DLC भी दिए जाएंगे. DLC का मतलब downloadable content. गेम खरीदने के बाद भी लोगों को एक्स्ट्रा कॉन्टेन्ट खरीदकर डाउनलोड करना होता है, जो कंपनी मुफ्त में देगी. कंपनी ने गेम खरीदने वालों के लिए फ़्री कंसोल अपडेट भी अनाउंस किया है. मतलब कि PS4 वर्ज़न खरीदने वाले PS5 लेते हैं तो उन्हें गेम का PS5 वर्ज़न दिया जाएगा.
Cyberpunk 2077 के ट्रेलर का स्क्रीन-ग्रैब.
Cyberpunk ऐसा अकेला बड़ा गेम नहीं है, जिसका लॉन्च पर इतना बुरा हाल हुआ. Final Fanatsy XIV वग़ैरह को भी लॉन्च के टाइम पर स्ट्रगल करना पड़ा था. मगर धीरे-धीरे इन्होंने इम्प्रूव कर लिया. CD Projekt के को-फाउन्डर के बयान के बाद कंपनी के स्टॉक 6% बढ़े हैं. उम्मीद की जा रही है कि डेवलपर्स 2022 तक गेम को उस कंडीशन में पहुंचा देंगे, जहां इसे होना चाहिए था.