उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार कन्हैया कुमार ने दी लल्लनटॉप से बातचीत की है. जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और देश का चर्चित युवा वामपंथी चेहरा रहे कन्हैया कुमार ने इस बातचीत में CPI से अलग होने से लेकर स्वाति मालीवाल की कथित पिटाई वाले प्रकरण और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक पर अपनी राय रखी.
CPI छोड़ने, स्वाति मालीवाल और अरविंद केजरीवाल पर लल्लनटॉप से क्या बोले कन्हैया कुमार?
इंटरव्यू में कन्हैया कुमार ने स्वाति मालीवाल की कथित पिटाई वाले प्रकरण और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से लेकर सीपीआई छोड़ने तक से जुड़े सवालों पर जवाब दिए.

स्वाति मालीवाल की शिकायत सामने आने के बाद इस मामले पर प्रियंका गांधी समेत कई नामचीन नेताओं की प्रतिक्रिया आ चुकी है. अब इसे लेकर कन्हैया कुमार से दी लल्लनटॉप ने पूछा, एक आलोचना जिसकी आपसे उम्मीद लगाई जा रही थी. स्वाति मालीवाल प्रकरण पर, क्या कहना है आपका इस पर?
कन्हैया कुमार ने इस पर जवाब दिया,
"इन दिनों मैं चुनाव में व्यस्त हूंं. इस कारण मैं देश की घटनाओं पर मेरी नजर नहीं है. इससे पहले मुझसे प्रज्वल रेवन्ना पर भी सवाल किया गया है. असलियत में मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता. मैंने अपने भाषणों में भी इस बात का कोई जिक्र नहीं किया. झूठ बोलने से अच्छा है कि कह देना नहीं मालूम. राजनीति में ईमानदारी जरूरी है. अगर मैं भी गलत करता हूं तो मुझे अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए. फिर चाहे हमारी पार्टी में किसी से ऐसा हुआ हो. यही बात गठबंधन के लोगों पर भी लागू होती है. लेकिन मुझे घटनाक्रम के बारे में मालूम नहीं."
दिल्ली में लोकसभा की सात सीटें हैं. इनमें आम आदमी पार्टी को चार और कांग्रेस को तीन सीटें मिली हैं. कन्हैया कुमार से पूछा गया, क्या अरविंद केजरीवाल आपके लिए प्रचार करने आए हैं?
उन्होंने जवाब दिया,
“वे अभी तक नहीं आए हैं लेकिन वे जरूर आएंगे. इस बार के चुनाव में राहुल गांधी आम आदमी के उम्मीदवार को वोट देंगे जबकि अरविंद केजरीवाल कांग्रेस का बटन दबाएंगे.”
वहीं कांग्रेस को लेकर कन्हैया कुमार से पूछा गया, आप सांगठनिक चीजों को दुरुस्त करने का दावा करते हैं जबकि ठीक चुनाव से पहले आपके प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली पार्टी छोड़ BJP में शामिल हो गए?
इस पर वो कहते हैं,
“मैं दिल्ली में टिकट का दावेदार नहीं था. न ही बेगूसराय से… पार्टी जो फैसला लेगी वही सर्वोपरि है, जो लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं वे संगठन से ज्यादा खुद को महत्व दे रहे हैं. अरविंदर सिंह लवली पहले भी कांग्रेस छोड़कर जा चुके है उसमें मेरा कोई रोल नहीं.”
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एक और सवाल, आपने CPI क्यों छोड़ी? पार्टी छोड़ने के बाद आप पर आरोप लगे कि आप अति महत्वाकांक्षी हैं, बिहार के स्टेट यूनिट के प्रेसिडेंट बनना चाहतेे थे इसलिए पार्टी छोड़ दी. क्या आप जेडीयू में शामिल होना चाहते थे? साथ ही आरोप लगे कि आप पार्टी कार्यालय गए और सचिव इंदु वर्मा के साथ मारपीट की?
“CPI मैंने दो साल पहले ही छोड़ दी थी. मेरी एक लॉजिकल अंडरस्टैंडिंग हैं - क्रिकेट का मैच बैडमिंटन के रैकेट से नहीं खेला जा सकता, BJP जितनी बड़ी पार्टी से लड़ने के लिए, जिस प्रकार से वे चुनाव मैनेज कर रही है. ऐसी स्थिति में मुझे देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी का साथ देना चाहिए. मेरा CPI से कोई मतभेद नहीं, वे आगे बढ़ें, उनके कार्यकर्ता अच्छा करें, मैं अपनेआप को वहां अनफिट पाता हूं.”
पार्टी छोड़ने के बाद मैंने CPI के खिलाफ बयान नहीं दिए. महत्वाकांक्षी लोग BJP में जाते हैं. मैं उस पार्टी में हूं जो विपक्ष में है. ये तर्कपूर्ण नहीं. जेएनयू के कल्चर में बातचीत से चीजों को सुलझाया जाता है. इन आरोपों का खंडन करने की मुझे जरूरत नहीं. व्यक्तिगत की जगह वैचारिक पहलू पर राजनीति होनी चाहिए."
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