छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh Assembly Result) के रुझान इस बार सत्ता परिवर्तन के संकेत दे रहे हैं. ताजा रुझान में डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव (TS Singh Deo) समेत 9 मंत्री पीछे चल रहे हैं. आधे से अधिक राउंड के रुझान आ चुके हैं. राज्य की 90 विधानसभा सीटों में BJP ने 46 के बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है. BJP 55 सीटों पर और कांग्रेस 32 पर बढ़त बनाए हुए हैं. दिग्गज नेताओं में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) 16 हज़ार वोटों से आगे चल रहे हैं.
Chhattisgarh Election Result: भूपेश बघेल के मंत्रियों ने ही कांग्रेस का बेड़ा गर्क कर दिया
Chhattisgarh के सीएम Bhupesh Baghel के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी को इस बार हार मिलने जा रही. हालांकि, बघेल अपनी सीट पर 16 हज़ार से अधिक वोटों से आगे चल रहे हैं.
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से जनता ने सत्ता परिवर्तन करने का फैसला किया है. पांच साल बेहतर सरकार चलाने का दावा करने वाली छत्तीसगढ़ सरकार इस बार बहुमत के आंकड़े से काफी दूर है. सरकार के कई कद्दावर मंत्री चुनावी रुझान में पीछे चल रहे हैं. इसमें सबसे प्रमुख हैं अंबिकापुर से चुनाव लड़ रहे डिप्टी सीएम टीएस देव सिंह. 21 में से 10 राउंड की मतगणना के बाद टीएस बाबा सिंह बीजेपी के राजेश अग्रवाल से करीब 8 हज़ार वोटों से पीछे चल रहे हैं. सीएम और डिप्टी सीएम की सीटों के अलावा दुर्ग ग्रामीण की सीट हाईप्रोफाइल मानी जाती है. यहां से सरकार के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू बीजेपी के ललित चंद्राकर से करीब 15 हज़ार वोटों से पीछे चल रहे हैं.
राज्य की साजा विधानसभा सीट से 6 बार के विधायक और सरकार के संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे चुनावी मैदान में हैं. लेकिन अभी तक के रुझान के अनुसार बीजेपी के ईश्वर साहू उन्हें छह हज़ार वोटों से पीछे छोड़ दिया है. सरकार में लोक स्वास्थ्य और यान्त्रिकी विभाग का कामकाज देखने वाले गुरुरुद्र कुमार नवगढ़ सीट से पीछे चल रहे हैं. बीजेपी के दयाल दास बघेल करीब 14 हज़ार से अधिक वोटों से गुरुरुद्र से आगे चल रहे हैं. छत्तीसगढ़ में पिछले विधानसभा चुनाव में कवर्धा सीट पर रिकॉर्ड 59 हज़ार वोटों से जीत दर्ज करने वाले मोहम्मद अकबर ट्रांसपोर्ट और पर्यावरण विभाग संभालते हैं. इस बार वे कवर्धा सीट से पीछे चल रहे हैं. उनके खिलाफ बीजेपी ने विजय शर्मा को मैदान में उतारा है जिनपर साल 2021 में कवर्धा में हुए दंगे के आरोप लगे थे. इस सीट से बीजेपी के प्रत्याशी 32 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं.
राज्य की आरंग विधानसभा सीट से सरकार के शहरी विकास मंत्री शिवकुमार दहरिया मैदान में हैं. उनके सामने बीजेपी ने धर्म गुरु बाबा खुशंवत सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है. बाबा खुशवंत 14 हज़ार मतों से आरंग सीट से आगे चल रहे हैं.
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल राज्य की कोरबा सीट से मैदान में हैं. वे पिछले तीन बार से लगातार चुनाव जीत रहे हैं लेकिन इस बार बीजेपी के लखनलाल देवांगन उनसे करीब 21 हज़ार वोटों से आगे चल रहे हैं. राज्य में 13वें मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले खाद्य मंत्री अमरजीत सिंह भगत सीतापुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वे बीजेपी के सैनिक रामकुमार टोप्पो से 16 हज़ार वोटों से पीछे चल रहे हैं.
पिछड़ा और अल्पसंख्यक मंत्री मोहन मरकाम कोंडागांव से मैदान में हैं. दो बार विधायक रह चुके मरकाम के सामने बीजेपी ने पूर्व मंत्री लता उसेंडी को उतारा है. कोंडागांव सीट पर मतगणना लगभग पूरी हो चुकी है और लता उसेंडी 16 हज़ार के भारी मतों से आगे चल रही हैं.
छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री उमेश पटेल और अनिला भेंडिया अपनी-अपनी सीटें जीत गए हैं. वहीं, आबकारी मंत्री कवासी लकमा दो हजार से अधिक वोटों से सीपीआई के मनीष कुंजम से आगे चल रहे हैं. राज्य में उच्च शिक्षा और कौशल विकास मंत्रालय संभाल रहे उमेश पटेल खरसिया सीट से लगभग 21 हज़ार वोटों से महेश साहू से आगे चल रहे हैं. वहीं महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेंडिया डोंडी लोहरा सीट से बीजेपी के देवलाल ठाकुर से 35 हज़ार मतों से आगे चल रहे हैं. छत्तीसगढ़ सरकार में आबकारी मंंत्री कवासी लकमा पिछले 25 साल से कोंटा विधानसभा सीट से लगातार जीत रहे हैं. इस बार भी वो लगभग 2600 वोटों से आगे चल रहे हैं.