ये रहा बाय इलेक्शन का रिजल्ट-
गुरदासपुर में खड़े हुए कांग्रेस कैंडिडेट सुनील जाखड़, बीजेपी के स्वर्ण और आप के मेजर जनरल खजूरिया.
पंजाब के गुरदासपुर का रिजल्ट
कांग्रेस- 4,99,75
बीजेपी- 3,06,533
आप- 23,579
केरल की वेंगारा सीट
यूडीएफ(कांग्रेस का समर्थन) - 56,925
एलडीएफ(सीपीएम का समर्थन) - 36,262
एसडीपीआई- 7325
बीजेपी- 5403
कुछ महीने पहले ही बीजेपी को पंजाब विधानसभा चुनाव में भी करारी हार मिली थी. अब गुरदासपुर लोकसभा सीट पर हार बीजेपी की टेंशन बढ़ाने वाली है. बीजेपी वैसे भी आजकल पंचायत से लेकर निकाय चुनावों तक में जीत को मोदी सरकार की बढ़ती लोकप्रियता से जोड़ देती है, मगर ये हार उसकी उम्मीदों के उलट हुई है. आम आदमी पार्टी को भी इस सीट से पंजाब में वापसी की उम्मीद थी मगर उसके कैंडिडेट मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) सुरेश खजूरिया तीसरे नंबर पर रहे.
बीजेपी के लिए हिमाचल और गुजरात चुनाव से पहले ये हार टेंशन बढ़ाने वाली है.
केरल में भी भगवा दल अपनी पैठ जमाने की पुरजोर कोशिश में जुटा हुआ है. इसी के मद्देनजर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने केरल में 3 अक्टूबर को जनरक्षा यात्रा की शुरुआत की थी. मगर 11 अक्टूबर को हुए बाई-इलेक्शन में उसे इसका कोई फायदा नहीं मिला है. बीजेपी ने यहां के जनचंद्रन को मैदान में उतारा था, मगर वो चौथे नंबर पर रहे. केरल की ये विधानसभा सीट यहां के विधायक पीके कन्हालीकुट्टी के मालापुरम से सांसदी का चुनाव लड़के के कारण खाली हो गई थी.
बीजेपी के कैंडिडेट पर लगा था रेप का आरोप
गुरदासपुर में बाई-इलेक्शन से पहले भारतीय जनता पार्टी के कैंडिडेट स्वर्ण सलारिया पर एक महिला ने रेप का आरोप लगाया था. महिला का कहना था कि नेता पिछले 32 साल से उसका शारीरिक शोषण कर रहा था. महिला ने सलारिया के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाते हुए कहा था कि शादी का झांसा देकर वो उसके साथ रेप कर रहा था. महिला ने सलारिया के साथ अपनी इंटिमेट तस्वीरें भी जारी की थीं, जोकि सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थीं. लगता है इसका खमियाजा भी बीजेपी को भुगतना पड़ा है.कांग्रेस के लिए ये जीत उत्साह बढ़ाने वाली है.
गुरदासपुर की जीत हिमाचल में कांग्रेस के लिए टॉनिक
गुरदासपुर हिमाचल और पंजाब के बॉर्डर पर है. ऐसे में कांग्रेस चुनावी मोड में आ चुके हिमाचल प्रदेश में इस जीत को जरूर भुनाएगी. 9 नवंबर को यहां वोटिंग होनी है. कांग्रेस इस जीत का प्रचार अपने खिलाफ हिमाचल में चल रहे एंटी इनकम्बेंसी फैक्टर को कम करने में भी इस्तेमाल करेगी. उधर, बीजेपी के लिए ये हार कड़वी गोली साबित हो सकती है. ऐसे में देखने वाला होगा कि कैसे वो इस हार को दबाती है.कांग्रेस मना रही जश्न
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