The Lallantop

बिहार NDA में खटपट, काराकाट में हार को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने पवन सिंह के बहाने उठाए सवाल

Bihar में BJP के सहयोगी Upendra Kushwaha ने अपनी हार को लेकर सवाल उठाए हैं. इशारों- इशारों में उन्होंने BJP के राज्य नेतृत्व पर निशाना साधा है. और पवन सिंह को अपनी हार का कारण बताया है. इससे पहले हरियाणा और यूपी में भी बीजेपी की आपसी कलह सामने आ चुकी है.

post-main-image
उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी हार को लेकर सवाल उठाए हैं.

उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बाद अब बिहार में भी NDA की अंदरुनी खटपट सतह पर आ गई है. यहां BJP के सहयोगी उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने अपनी हार पर सवाल उठाए हैं. उपेंद्र कुशवाहा काराकाट लोकसभा से चुनाव लड़ रहे थे. जहां वो तीसरे स्थान पर रहे. यहां से CPI(ML) के राजाराम सिंह जीते तो वहीं निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह (Bhojpuri Actor Pawan Singh) दूसरे स्थान पर रहे. राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो इस सीट पर पवन सिंह के आने से उपेंद्र कुशवाहा का खेल खराब हुआ.

काराकाट में हार के बाद उपेंद्र कुशवाहा की पहली प्रतिक्रिया आई है. दरअसल 6 जून को पटना एयरपोर्ट पर उपेंद्र कुशवाहा मीडिया से बात कर रहे थे. मीडिया ने उनकी हार को लेकर सवाल पूछा. जिस पर उन्होंने कहा, 
 

हारा हूं या हराया गया हूं. सबको मालूम है सबको पता है सारी चीजें. चूक हुई या चूक करवाया गया ये सबको मालूम है. हमें खुलकर बोलने की जरूरत नहीं है.
 

वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या आपकी हार में पवन सिंह फैक्टर की भूमिका रही? इस पर उन्होंने कहा,

पवन सिंह फैक्टर बना या बनाया गया ये सबको पता है. हमको कुछ नहीं कहना है. सभी लोगों को पता है सब कुछ. अब किसी से इस बारे में बात करके क्या फायदा.

जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या आप ये बातें बीजेपी आलाकमान तक पहुंचाएंगे तो इस पर कुशवाहा ने कहा, 

कहीं कोई बात कहने की जरूरत नहीं है. सारी चीजों की जानकारी आजकल सोशल मीडिया पर है. हाईटेक टेक्नोलॉजी है. इसमें कुछ बताने की जरूरत पड़ती है?

उपेंद्र कुशवाहा ने जो बयान दिया है उससे बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज होनी तय है. ये आने वाले दिनों में बिहार एनडीए में बड़े खटपट की ओर इशारा कर रहा है. कुशवाहा ने पवन सिंह को लेकर जो प्रतिक्रिया दी है उसके भी कई मायने निकाले जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें - (BJP को विपक्ष वाले तो हार पर घेर ही रहे थे, अब अपने भी नहीं छोड़ रहे)

आपको बता दें कि बिहार में एनडीए को 40 में से 30 सीटों पर जीत मिली है. यहां एनडीए का प्रदर्शन अच्छा रहा है, लेकिन 2019 के मुकाबले इस गठबंधन को 9 सीटों का नुकसान हुआ है. 

इससे पहले केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत सिंह और उत्तर प्रदेश के लोनी से BJP विधायक नंद किशोर गुर्जर ने हरियाणा और यूपी में पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर सवाल उठाए थे. पिछली बार जहां बीजेपी को हरियाणा में सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत मिली थी. लेकिन इस बार पार्टी 5 सीटें ही जीत पाई. वहीं यूपी में पिछली बार 80 में से 62 सीटें जीतने वाली बीजेपी को इस बार केवल 33 सीटें मिलीं.

वीडियो: सोशल लिस्ट: अयोध्या में बीजेपी की हार के बाद किसके बॉयकॉट की मांग कर रहे हैं भाजपा समर्थक?