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कभी PM बनने की चाहत, अब विधायकी भी नहीं, राज्यसभा भी दूर... केजरीवाल अब करें तो करें क्या?

Delhi Election Results: दिल्ली चुनाव में हार के बाद अब AAP की फ्यूचर पॉलिटिक्स का क्या होगा? Arvind Kejriwal पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे या राज्यसभा जाएंगे? क्या प्लान बनाया है?

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दिल्ली की राजनीति में ‘AAP’ का क्या फ्यूचर होगा? (फोटो: आजतक)

दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) में आम आदमी पार्टी की शिकस्त के बाद अब ये सवाल खड़ा हो गया है कि पूर्व CM अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की फ्यूचर पॉलिटिक्स का क्या होगा? यूं तो उनके पास अब कोई संवैधानिक पद भी नहीं है और ना ही 2028 तक वो राज्यसभा जा सकते हैं. बता दें कि केजरीवाल के अलावा पार्टी के कई कद्दावर नेता भी चुनाव हारे हैं. हालांकि, अब पार्टी आतिशी की जीत में सांत्वना के सुर तलाश रही है. लेकिन दिल्ली की राजनीति में ‘AAP’ का क्या फ्यूचर होगा? ये सवाल अभी भी बना हुआ है.

पंजाब की तरफ कूच!

BJP नेताओं का दावा है कि अब केजरीवाल पंजाब की तरफ कूच कर सकते हैं और भगवंत मान को हटाकर पंजाब के मुख्यमंत्री बन सकते हैं. लेकिन एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इसकी संभावना कम ही है. ऐसे में उनके पास राज्यसभा जाने का विकल्प बचता है. हालांकि, दिल्ली से फिलहाल अभी ऐसा मुमकिन नहीं है. क्योंकि दिल्ली में 2030 में राज्यसभा के चुनाव होंगे. ऐसे में कहा जा रहा है कि केजरीवाल पंजाब से राज्यसभा जा सकते हैं. क्योंकि वहां ‘AAP’ के पास पर्याप्त विधायक हैं, जो केजरीवाल की जीत को आसान बना देंगें. लेकिन पंजाब में राज्यसभा चुनाव 2028 में होंगे. यानी अगर केजरीवाल पंजाब से भी राज्यसभा जाते हैं, तो उन्हें 2028 तक इंतजार करना पड़ेगा. 

बचा-खुचा विकल्प…

केजरीवाल के पास फिलवक्त, AAP का संयोजक बनकर रहने का ही विकल्प ही बचता है. सो उस पर भी तलवार लटक रही है. ये पद भी उनके पास कितने दिन रहेगा, इस पर भी कुछ नहीं कहा जा सकता. कथित शराब घोटाले में पहले से ही केजरीवाल आरोपी है. राजनीतिज्ञों का मानना है कि अगर कोर्ट में उनका दोष साबित होता है, तो संयोजक का पद भी नहीं बचेगा.

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न PM बने, न CM रहे…

कभी देश का PM बनने की ललक रखने वाले अरविंद केजरीवाल के हाथ से CM की कुर्सी भी फिसल गई है. बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में केजरीवाल ने PM मोदी के खिलाफ वाराणसी से पर्चा दाखिल किया था. हालांकि, यहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद 2023 में ‘इंडिया गठबंधन’ के गठन के बाद जब PM फेस पर चर्चा छिड़ी तो ‘AAP’ ने केजरीवाल का नाम सामने रखा. उनकी पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने एक बयान में कहा भी कि “अगर आप मुझसे पूछें तो मैं चाहूंगी कि अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनें.” 

इसके बाद दिल्ली के चुनाव में भी प्रचार के दौरान केजरीवाल खुलकर कहते पाए गए कि जीत के बाद वो ही दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री होंगे. आतिशी ने बाकायदा इस पर अपनी मुहर भी लगाई और सुर में सुर मिलाकर केजरीवाल का समर्थन किया.

खैर, हार के बाद AAP का कहना है कि वो दिल्ली में अब सक्रिय विपक्ष की भूमिका निभाएगें और लोगों के बीच रहेंगे और उनकी सेवा करते रहेंगे. 

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