अच्छा, ट्रोलिंग से याद आया. राहुल की दुबई यात्रा की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर खूब घूम रही हैं. और घूम रहे हैं कुछ झूठ. अब जहां झूठ, वहां लल्लनटॉप की पड़ताल.
- दावा 1
खूब धड़ल्ले से इस फोटो को शेयर किया जा रहा है.
- पड़ताल
दूसरी बात, राहुल गांधी की दुबई वाली बातचीत का वीडियो कांग्रेस के हैंडल पर उपलब्ध है. उसमें ये सवाल जवाब कहीं भी नहीं हैं.
सिद्धी महाराष्ट्र की स्कूल स्टूडेंट हैं.
यानी दावा झूठा.
- दावा नंबर 2
खाने के नाम और दाम दोनों को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है.
नाश्ते से जुड़ा दूसरा दावा ये है कि राहुल गांधी दुबई में बीफ खा रहे थे. बीफ यानी भैंस या गाय का मांस.
- अब बारी पड़ताल की.
कांग्रेस ने खुद ट्वीट कर इस मीटिंग के बारे में बताया है.
रही बीफ की बात. तो कांग्रेस कई मीडिया बातचीतों में सफाई दे चुकी है. कि नाश्ते में लोकल व्यंजन थे. बीफ नहीं था. बाकी बीफ हो या कुछ भी हो. उनकी मर्जी खाएं, उनकी मर्जी न खाएं. संविधान में खाने की आजादी है. और ये देश उसी किताब के हिसाब से चलता है.
- दावा 3
पड़ताल
जिन शुजा पाशा की बात हो रही है. वो ये हैं.
पड़ताल बहुत आसान थी. शुजा पाशा की तस्वीर देख लीजिए. अब बगल में बैठे आदमी की तस्वीर. पता चल गया. ये कोई आईएसआई एजेंट नहीं. और ये तस्वीर दूतावास की नहीं, वही विर्क के बंगले की है.
- दावा 4
तो राहुल कह रहे हैं कि महात्मा गांधी के अहिंसा के विचार इस्लाम से प्रेरित थे. लेकिन सच क्या है. सच पता लगाया इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने. इसके मुताबिक दावा भरमाने वाला है. सच्चाई जाननी है तो उसी वीडियो को फिर से देखिए. कुछ ज्यादा सेकंड तक.
पड़ताल
राहुल गांधी के कहने का मतलब था- ‘महात्मा गांधी अहिंसा के महान प्रतिनिधि थे. उन्होंने अहिंसा का विचार हमारे महान धर्मों से, प्राचीन दर्शनशास्त्र से, इस्लाम से, ईसाईयत से, यहूदीवाद से लिया. हर उस महान धर्म से लिया जहां साफ लिखा है कि हिंसा किसी को भी कुछ भी हासिल करने में मदद नहीं करेगी’. इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने भी अपनी पड़ताल में इस वीडियो तो झूठा पाया.
पड़ताल अभी खत्म नहीं. क्योंकि झूठ के कारोबारी सब तरफ हैं. एक तस्वीर वायल हो रही है. ये बताने के लिए कि मोदी दब्बू और राहुल महान. ये भी झूठ है. और इसका सच जान लीजिए.
मोदी जिसमें हाथ बंद किए खड़े हैं वो तस्वीर दुबई की नहीं दिल्ली की है, दो साल पहले अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायेद दिल्ली आए थे तब की.
बात तब की है जब क्राउन प्रिंस भारत आए थे. मोदी और क्राउन प्रिंस दोनों खड़े होकर हाथ मिला रहे हैं.
एक और तस्वीर देखिए. मोदी और क्राउन प्रिंस दोनों खड़े होकर हाथ मिला रहे हैं.
अब बात राहुल की तस्वीर की करते हैं. 11 जनवरी की है ये तस्वीर, जब राहुल ने UAE के उप-राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद से मुलाकात की.
ये फोटो खुद राहुल ने ट्वीट की है.
अब जब किसी से मुलाकात होगी तो जाहिर है तमाम तरह की तस्वीरें खीची जाएंगी. ट्रोलर्स ने मोदी और राहुल की तस्वीर अपने-अपने हिसाब से उठाई, फिर अपने हिसाब से कैप्शन डाल दिए. कुल जमा ये तस्वीर भी झूठी निकली.
वीडियो देखें: 1200 पेज की चार्जशीट में कन्हैया, उमर के खिलाफ ये सबूत