किताबवाला में इस बार हमारे मेहमान थे सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील सौरभ कृपाल (Saurabh Kirpal Lawyer). हमने उनसे उनकी किताब "Who is Equal: The Equality Code of The Constitution" पर बातचीत की. इस दौरान समानता, LGBTQ+ के अधिकारों और उनके जीवन से जुड़े साहित्य पर चर्चा हुई. इसके अलावा एक और महत्वपूर्ण विषय की गिरहें खुली, क्या? वो ये कि कॉलेजियम ने जब दो बार सौरभ कृपाल को दिल्ली हाईकोर्ट का जज बनाने के लिए नाम प्रस्तावित कर दिया है, उसके बाद भी क्यों अभी तक केंद्र सरकार ने इस पर फैसला नहीं लिया? सौरभ का आरोप है कि उनका समलैंगिक होना इसकी सबसे बड़ी वजह है.