10 जुलाई 2024. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने 7 हजार 720 नियुक्ति पत्र बांटे. उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) के अंतर्गत होने वाली लेखपाल भर्ती में सेलेक्ट हुए कैंडिडेट्स को ये पत्र दिए गए. अगले दिन 11 जुलाई को आयोग के अध्यक्ष प्रवीण कुमार के इस्तीफे की खबर आई. साथ ही सोशल मीडिया पर एक लिस्ट वायरल हुई. लिस्ट में आयोग द्वारा कराई जाने वाली लंबित भर्तियों (UPSSSC pending vacancies) का ब्योरा है. साथ ही ये भी बताया गया है कि किस पोस्ट में कितने पदों पर भर्ती लटकी है.
UPSSSC की कई भर्तियों को लेकर लखनऊ में विरोध प्रदर्शन, 8 सालों से कहां अटकी है प्रक्रिया?
UPSSSC की कई भर्तियां अभी भी पूरी नहीं हो पाई हैं. कुछ इंटरव्यू स्टेज पर अटकी हैं. कुछ का अंतिम परिणाम लंबित हैं. तो ज्यादातर भर्ती परीक्षाओं का पेपर ही नहीं हुआ है.
UPSSSC की सबसे बड़ी परीक्षा राजस्व लेखपाल की होती है. इसके नियुक्ति पत्र प्रदेश सीएम ने बांटे हैं. परीक्षा का नोटिफिकेशन 7 जनवरी, 2022 को जारी किया गया था. माने इसे पूरा होने में लगभग 2 साल 6 महीने लग गए. इंतजार में बैठे परीक्षार्थियों का सब्र टूटता दिखा. इतना कि परीक्षा से जुड़े उम्मीदवारों को पिछले साल IPL मैच के दौरान ‘लेखपाल भर्ती परीक्षा पूरी करो’ के पोस्टर तक हाथ में लिए देखा गया था.
खैर, उम्मीदवार लेखपाल तो बन गए, लेकिन आयोग की अन्य कई भर्तियां अभी भी पूरी नहीं हो पाई हैं. कुछ इंटरव्यू स्टेज पर अटकी हैं. कुछ का अंतिम परिणाम लंबित हैं. तो ज्यादातर भर्ती परीक्षाओं का पेपर ही नहीं हुआ है. इसी से जुड़ा एक डेटा सोशल मीडिया पर वायरल है. इसके मुताबिक आयोग की अलग-अलग परीक्षाओं के 30 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती अभी अटकी हुई है. यहां तक कि 2015-16 की भर्तियां भी अभी तक पूरी नहीं हो पाई हैं.
वायरल डेटा के मुताबिक UPSSSC की मानचित्रकार भर्ती के लिए साल 2015 में नोटिफिकेशन जारी किया गया था. कुल 39 पदों पर भर्ती आई थी. लेकिन साल 2024 में भी ये भर्ती पूरी नहीं हो पाई है. ये इंटरव्यू स्टेज पर लटकी है. इसके अलावा साल 2016 में आई आईटीआई अनुदेशक भर्ती भी इंटरव्यू स्टेज पर लंबित है. इसमें कुल 293 पद थे. साल 2023 में परीक्षा का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हुआ था.
कुल मिलाकर 32 भर्ती परीक्षाएं अभी अटकी पड़ी हैं. इनमें से 20 परीक्षा का तो पेपर ही नहीं हो पाया है. ये सभी भर्ती परीक्षाएं 2015 से 2024 के बीच की हैं. लटकी हुई भर्ती परीक्षाओं का आलम ये है कि उम्मीदवार लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. 10 जुलाई को UPSSSC की जेई भर्ती से जुड़े अभ्यर्थियों ने पिकप भवन पर प्रदर्शन किया. ये भर्ती साल 2018 में आई थी. लेकिन इसका फाइनल रिजल्ट नहीं जारी किया गया है.
इंडिया टुडे से जुड़े संवाददाता समर्थ श्रीवास्तव जेई भर्ती से जुड़े अभ्यर्थियों से बात करने पहुंचे. एक अभ्यर्थी ने बताया,
“हमें ये नहीं समझ आ रहा है कि आयोग की क्या मजबूरी है. ये रिजल्ट क्यों नहीं दे पा रहे हैं? आयोग हमारे साथ भेदभाव क्यों कर रहा है? हमारे बाद आई वैकेंसी का रिजल्ट जारी कर दिया गया है, तो जेई भर्ती के साथ ऐसा क्यों?”
एक अन्य अभ्यर्थी ने कहा,
“हमारे घरवालों ने कहा है कि अपना रिजल्ट लेकर आओ, वरना घर मत आना.”
जेई भर्ती के एक अन्य उम्मीदवार ने बताया,
“बच्चे आयोग में आकर सचिव के सामने रोते हैं, उनके पैर पड़ते हैं, लेकिन सचिव को कोई फर्क नहीं पड़ता.”
बता दें कि जेई भर्ती के लिए साल 2018 में नोटिफिकेशन जारी किया गया था. कुल पद थे 1477. पेपर अप्रैल 2022 में आयोजित किया गया. एक साल से ज्यादा बीतने के बाद अगस्त-सितंबर 2023 में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हुआ. आयोग ने कहा कि नवंबर 2023 में फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा. पर नहीं हुआ. तब से अब तक अभ्यर्थियों को सिर्फ तारीखें दी जा रही हैं. आरोप है कि UPSSSC की लगभग हर परीक्षा के साथ ये समस्या है.
इतना ही नहीं, अभ्यर्थियों ने आयोग की कार्यप्रणाली के संबंध में सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र भी लिखा. जिसमें बताया गया कि छात्र 8-8 वर्ष पुरानी भर्तियों के पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं. अभ्यर्थियों ने सीएम से आयोग में सुधार किए जाने के लिए दिशा-निर्देश जारी करने का आग्रह भी किया.
वीडियो: 2016 से भर्ती के इंतज़ार में बैठे अभ्यर्थियों ने UPSSSC की कार्यशैली पर उठाए सवाल