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SSC CGL 2024 के रिजल्ट पर बवाल मचने की एक-एक वजह जानें

13 मार्च को रिजल्ट जारी होने के बाद कई अभ्यर्थी इससे खुश नहीं दिखे. सोशल मीडिया वेबसाइट X पर अभ्यर्थियों ने फाइनल रिजल्ट को लेकर गंभीर गड़बड़ियों की बात उजागर की, खासकर नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को लेकर.

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अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि सरकार और कमीशन की मंशा ही नहीं है कि पूरी वैकेंसी भरी जाएं, और सही तरीके से एग्जाम कराया जाए. (फोटो- AI)

सोचिए, आप रात-रात भर जागकर टेबल लैंप की मद्धम रोशनी में किताबों के पन्ने पलटते हों. चाय की चुस्कियों के साथ दिमाग में गणित के फॉर्मूले ठूंसते हो, और फिर एक दिन खबर आती है- ‘रिजल्ट आ गया!’ पर खुशी की जगह गुस्सा, आंसुओं की जगह चीखें और उम्मीद की जगह हताशा आपके हाथ लगे. कुछ ऐसा ही हुआ SSC CGL 2024 एग्जाम देने वाले कई अभ्यर्थियों के साथ. वो कहना चाह रहे, "यार, हम तंग आ चुके हैं पेपर में होने वाली गड़बड़ियों से, अब तो हद हो गई!"

आखिरकार, जी तोड़ मेहनत करने के बाद भी छात्र परेशान क्यों है? उनका विरोध किस बात को लेकर है? छात्रों की मांगें क्या है? और उन मांगों को लेकर जानकार क्या कह रहे हैं? इन सबके बारे में बात करेंगे आज. सबसे पहले जानते हैं, SSC की परीक्षा के बारे में. 

बता दें कि SSC CGL टियर 1 परीक्षा 9 सितंबर से 26 सितंबर, 2024 के बीच कंप्यूटर बेस्ड फॉर्मेट में आयोजित की गई थी. टियर 1 का रिजल्ट 5 दिसंबर, 2024 को घोषित किया गया था. इसमें टियर 2 परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया था. 1 लाख 86 हजार 509 कैंडिडेट्स को टियर-2 के लिए चुना गया. ये परीक्षा 18 जनवरी और 20 जनवरी, 2025 को हुई.

स्टाफ सेलेक्शन कमीशन, जिसे शॉर्ट में SSC के नाम से भी जाना जाता है, ने 13 मार्च की रात SSC CGL 2024 एग्जाम का फाइनल रिजल्ट जारी किया. इसमें कुल 18 हजार 174 कैंडिडेट्स का सेलेक्शन हुआ. लेकिन रिजल्ट जारी होते ही परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों ने इसमें कई तरह गड़बड़ी के आरोप लगाए. रिजल्ट में लागू की गई नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया को लेकर छात्रों ने सवाल खड़े किए. X पर परीक्षा देने वाले कई कैंडिडेट्स ने 17 मार्च को #SSC_RELEASE_CGL2024_FINALANSKEY नाम का हैशटैग अभियान भी चलाया.

नॉर्मलाइजेशन कैसे किया, पता नहीं!

छात्रों का आरोप है कि जिन उम्मीदवारों के अंक बहुत कम थे, नॉर्मलाइजेशन के बाद अचानक उनके अंक काफी बढ़ गए. इस वजह से फाइनल लिस्ट में उनका नाम नहीं आया. अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि कई छात्रों के नॉर्मलाइजेशन के बाद 40-50 अंक तक बढ़ गए हैं. X पर एक यूजर ने CGL एग्जाम के रिजल्ट को लेकर लिखा,

“SSC CGL 2024 फाइनल रिजल्ट 13 मार्च को जारी हुआ और ये विवादों में घिरा है. कई छात्रों के अंक नॉर्मलाइजेशन के बाद अचानक बढ़ गए. एक अभ्यर्थी को उसके अंक से 96.7 अतिरिक्त अंक मिले हैं. और कई ऐसे अभ्यर्थी भी हैं जिनके नंबरों में कोई वृद्धि नहीं हुई. ऐसे असमान परिणाम कैसे हो सकते हैं? ये सब एक गहरे मकसद को छिपाने की कोशिश हो सकती है.”

परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन के मसले को और करीब से समझने के लिए हमने SSC के छात्रों को मैथ्स पढ़ाने वाले अभिनय शर्मा से बात की. लल्लनटॉप से बात करते हुए उन्होंने बताया,

“SSC ने नॉर्मलाइजेशन को ऐसा हथियार बना लिया जिसके माध्यम से ये स्कैम करते हैं और इन्हें लगता है कि छात्रों को कुछ पता नहीं चलेगा. आयोग ने पहले तो टाइपिंग टेस्ट में गड़बड़ी की, जिसको लेकर सभी ने आवाज उठाई. जिसके बाद आयोग ने 31 जनवरी को छात्रों के लिए टाइपिंग टेस्ट की डेट रख दी. इस वजह से जिन छात्रों को ये लग रहा था कि उनके नंबर कम आ रहे हैं, वो टाइपिंग टेस्ट देने ही नहीं गए. ऐसे लगभग 23-24 हजार छात्र हैं.”

अभिनय ने आगे बताया कि टाइपिंग टेस्ट भी एग्जाम का ही एक हिस्सा है. इस वजह से SSC ने ऐसे अभ्यर्थियों को परीक्षा में अनुपस्थित मान लिया. उन्होंने आगे बताया,

“जिन छात्रों के नंबर कम आ रहे थे, वो एग्जाम देने नहीं गए. इस स्थिति में बचे हुए अभ्यर्थियों वो थे जो टॉप स्कोरर हैं. उनके औसत नंबर भी ज्यादा होंगे. इसलिए 18 तारीख वाली शिफ्ट में कठिन पेपर आने के बावजूद छात्रों के नंबर नॉर्मलाइजेशन के बाद ज्यादा नहीं बढ़े. यही वजह है कि कई ऐसे छात्र हैं जिनके 330 नंबर हैं, पर वो सेलेक्ट नहीं हुए. वहीं 299-300 नंबर लाने वाले छात्रों का सेलेक्शन हो गया.”

SSC पर आरोप लगाते हुए अभ्यर्थी कह रहे हैं कि आयोग अभ्यर्थियों के साथ ये कैसा न्याय कर रहा है कि ज्यादा नंबर लाने वाले छात्र सेलेक्ट नहीं हो पा रहे हैं. उन्होंने मांग की है कि आयोग को नॉर्मलाइजेशन के फॉर्मूले पर सुधार करना चाहिए.

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन रिजल्ट से पहले क्यों नहीं?

बात सिर्फ नॉर्मलाइजेशन में गड़बड़ी तक ही सीमित नहीं है. CGL परीक्षा देने वालों में से कई छात्र ऐसे हैं जो कई नौकरियों में सेलेक्ट होने के बाद भी इस परीक्षा में बैठते हैं. अक्सर इस आस में कि वो अपनी रैंक सुधारेंगे और बेहतर नौकरी की तरफ जाएंगे. और कथित तौर पर कई बार सिर्फ अपने मजे के लिए. कई ऐसे छात्र हैं जो MTS और CHSL जैसी नौकरी में सेलेक्ट हो जाते हैं, पर परीक्षा देते रहते हैं. ऐसे में एग्जाम की कट-ऑफ बढ़ जाती है. इस मुद्दे को लेकर अभिनय ने बताया,

“MTS और CHSL जैसी नौकरियों में सेलेक्ट हुए छात्र, या वो छात्र जो ओवरएज हो चुके हैं, वो परीक्षा में बैठकर इसकी कट-ऑफ बढ़ाते रहेंगे. इसका कारण ये है कि CGL में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन सबसे आखिरी में होता है. जब वहां तक बात आती है, तो ऐसे छात्र जाते ही नहीं हैं. CGL 2024 में अभी तक डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन नहीं हुआ है, फाइनल रिजल्ट आ चुका है. SSC एग्जाम के इतने महत्वपूर्ण प्रोसेस के बिना कैसे रिजल्ट जारी कर सकता है? 18 हजार छात्र सेलेक्ट हुए हैं, अगर इनमें से कुछ लोग डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए नहीं जाएंगे तो वो पोस्ट तो बेेकार हो जाएंगी.”

अभिनय ने आरोप लगाया कि सरकार और कमीशन की मंशा ही नहीं है कि पूरी वैकेंसी भरी जाएं, और सही तरीके से एग्जाम कराया जाए.      

आंसर-की जारी करने, और पारदर्शिता की मांग

अभ्यर्थी CGL के रिजल्ट को लेकर पारदर्शिता की भी मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि परीक्षा की फाइनल आंसर-की जारी की जाए. अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर #FinalAnswerKey हैशटैग के साथ एक ऑनलाइन आंदोलन शुरू किया है. वे SSC से फाइनल आंसर की जारी करने की अपील इसलिए कर रहे हैं, ताकि उन्हें ये समझने में मदद मिले कि उनके नंबर कैसे निर्धारित किए गए हैं. इस पर SSC के छात्रों को पढ़ाने वाले टीचर गगन प्रताप ने X पर लिखा,

“SSC CGL 2024 के अभ्यर्थी पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं! नॉर्मलाइजेशन की गड़बड़ियों को लेकर SSC जवाब दे! Final Answer Key तुरंत जारी की जाए!”

SSC के छात्रों को इंग्लिश पढ़ाने वाले नीतू सिंह ने X पर लिखा,

“SSC का ये खेल कब तक चलेगा? SSC CGL 2024 का रिजल्ट देर रात जारी किया गया, जैसे ही कटऑफ सामने आई, छात्रों के बीच हंगामा मच गया. कई योग्य उम्मीदवारों को बिना किसी स्पष्ट कारण के बाहर कर दिया गया. नॉर्मलाइजेशन के नाम पर नंबरों के साथ खिलवाड़ किया गया, और सबसे बड़ी बात, वेटिंग लिस्ट फिर से जारी नहीं की गई!”

पोस्ट प्रेफरेंस पहले क्यों भरवाई जाती है?

SSC CGL एग्जाम में रिजल्ट के पहले ही अभ्यर्थियों को अपने पोस्ट की प्रेफरेंस भरनी होती हैं. यानी, ये उस वक्त करना होता है जब उन्हें अपने नंबरों के बारे में पता ही नहीं होता. वो इस बात का भी अंदाजा नहीं लगा पाते हैं कि उनके कितने नंबर आएंगे, और वो किन-किन पोस्ट के लिए सेलेक्ट हो सकते हैं. ऐेसे में कई अभ्यर्थी ऐसी पोस्ट के लिए अपना प्रेफरेंस भर देते जिसके लिए वो तय कट-ऑफ ही नहीं क्लियर कर पाते हैं. साथ ही ये ऐसी पोस्ट मिस कर जाते हैं, जिसमें वो सेलेक्ट हो सकते थे.

परीक्षा में पूछे जाने वाले सवालों का लेवल कैसा?

छात्रों का कहना है कि एग्जाम में सवालों का डिफिकल्टी लेवल SSC को बढ़ाना चाहिए, जिससे परीक्षा की कट-ऑफ इतनी ऊपर नहीं जाएगी. अभ्यर्थियों के मुताबिक CGL से निचले स्तर के अलग-अलग एग्जामों में इससे अच्छे लेवल के सवाल पूछे जाते हैं. इस मुद्दे को लेकर अभिनय ने लल्लनटॉप को बताया,

“MTS एग्जाम, जो कि प्यून की भर्ती के लिए होता है और 10वीं पास छात्र उसमें बैठते हैं, उससे ज्यादा सरल सवाल CGL एग्जाम में पूछे जा रहे हैं. CHSL 12वीं क्लास के लेवल का एग्जाम है, और CGL ग्रेजुएशन पास अभ्यर्थी देते हैं, लेकिन दोनों एग्जाम में मैथ्स का सिलेबस एक जैसा है. या तो उसे कम कीजिए, या इसका लेवल बढ़ाइए. कमीशन ने नौकरी लेने को लकी ड्रॉ बना दिया है.”

अभिनय ने आगे बताया कि कमीशन SSC GD में ‘डीजे वाले बाबू’ गाने से जुड़े सवाल पूछ रही है. ये किस लेवल के सवाल हैं. उन्होंने कहा,

“दो शिफ्ट में हुए मेंस एग्जाम में 4-5 सवाल तो ऐसे पूछे गए जो एकदम हूबहू हैं. सिर्फ उन्हें थोड़ा-बहुत इधर-उधर किया गया है. यानी पहले ही पता चल जा रहा है कि पहली शिफ्ट में पूछे गए सवालों में से 4-5 सवाल तो उसकी शिफ्ट में आएंगे ही. कमीशन से 60 सवाल नए नहीं बन पा रहे हैं.”

नॉर्मलाइजेशन और आंसर-की जारी करने के अलावा भी अभ्यर्थियों ने कई और समस्याओं को उजागर किया. उनकी विभिन्न मांगें इस प्रकार हैं:

- परीक्षा के फाइनल रिजल्ट में SSC वेटिंग लिस्ट जारी करे.
- डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन फाइनल रिजल्ट के पहले कराया जाए.
- अभ्यर्थी मेंस एग्जाम को एक ही शिफ्ट में आयोजित किए जाने की मांग भी कर रहे हैं. जिससे नॉर्मलाइजेशन वाला बवाल ही नहीं रहेगा.

अभ्यर्थी मेंस परीक्षा में आए गलत प्रश्नों को लेकर भी सवाल खड़े कर रहे हैं. कई प्रश्नों के ऑप्शन गलत रहते हैं, या प्रश्न का ट्रांसलेशन ठीक नहीं रहता है.

टियर 1 एग्जाम में भी हुई थी गड़बड़ी

SSC CGL 2024 के सिर्फ मेंस एग्जाम में ही गड़बड़ी नहीं हुई. इससे पहले पिछले साल हुए टियर 1 एग्जाम को लेकर भी एक मामला सामने आया था. दरअसल, 9 सितंबर से 26 सितंबर, 2024 के बीच आयोजित टियर 1 एग्जाम से पहले जब एडमिट कार्ड की बारी आई तो कई अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड कमीशन ने रिजेक्ट कर दिए. ऐसा क्यों किया गया, ये तो साफ नहीं हुआ, पर इसके लिए फॉर्म में टेक्निकल गड़बड़ियों की बात कही गई.

जिन अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड नहीं जारी हुए, वे कमीशन के पास शिकायत लेकर पहुंचे. इसके बाद हजारों छात्रों के एडमिट कार्ड दोबारा जारी किए गए. परीक्षा हुई, टियर 1 का रिजल्ट जारी हुआ. कट-ऑफ 153 गई. अभ्यर्थियों की उम्मीद से काफी ज्यादा. अभिनय ने इसको लेकर बताया,

“PH कैंडिडेट्स अपने साथ एक स्क्राइब लेकर जा सकते हैं. इसके लिए कुछ नियम तय हैं. इन्हीं नियमों को तोड़ा गया. जिस वजह से इस कैटेगरी में जहां कट-ऑफ 47 गई है, अभ्यर्थियों के नंबर 160 के भी ऊपर हैं. इसके बारे में छात्रों ने SSC को सूचित भी किया. कमीशन ने कई स्टूडेंट्स को परीक्षा से बाहर भी किया.”

CGL 2024 एग्जाम में कुछ अभ्यर्थी ऐसे थे, जो सिर्फ जूनियर स्टैटिस्टिकल ऑफिसर (JSO) के पद के लिए एलिजिबल थे. 30 साल की उम्र से ऊपर के अभ्यर्थी इस पोस्ट के लिए एलिजिबल थे. इस पोस्ट के लिए कट-ऑफ भी काफी ऊपर जाती है. एग्जाम में कई कैंडिडेट्स ऐसे थे जिनकी उम्र 30 से ऊपर थी, और वो JSO के पद के लिए कट-ऑफ क्लियर नहीं कर पाए थे. लेकिन कमीशन ने उन्हें बाकी पदों के लिए एलिजिबल मान लिया था. इस वजह से हजारों डिजर्विंग कैंडिडेट्स परीक्षा से बाहर हो गए.

इस मामले को लेकर अभ्यर्थी हाई कोर्ट भी गए. जहां सुनवाई भी हुई, पर अंतरिम राहत नहीं दी गई. इसके बाद छात्रों ने सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (CAT) का रुख किया. CAT में कोर्ट ने कहा कि जितने अभ्यर्थी उनके पास आए हैं, उन्हें मेंस एग्जाम में बैठने दिया जाएगा. कोर्ट ने 525 अभ्यर्थियों को मेंस एग्जाम देने की अनुमति दे दी. इस मसले पर SSC को कोर्ट और CAT को भी जवाब देना था. तो कमीशन ने एग्जाम से एक रात पहले रिजल्ट फिर से रिवाइज किया, और 609 अतिरिक्त अभ्यर्थियों को मेंस एग्जाम में बैठने के लिए अनुमति दी. अभिनय बताते हैं कि इन 1,134 अभ्यर्थियों में से अधिकतर का फाइनल रिजल्ट कमीशन ने रोक दिया है. इसके पीछे के कारण अभी स्पष्ट नहीं हैं.                  

फिलहाल, अभ्यर्थी CGL 2024 एग्जाम की फाइनल आंसर-की जारी होने का इंतजार कर रहे हैं. इसके बाद नॉर्मलाइजेशन को लेकर चीजें और साफ होंगी. अभ्यर्थी आयोग से इन सब सवालों के जवाब मांग रहे हैं. साथ ही आंसर-की जारी होने के बाद कोर्ट जाने की तैयारी भी कर रहे हैं. इन सभी आरोपों पर आयोग की तरफ से अभी कोई जवाब नहीं आया है. जवाब आते ही आयोग का पक्ष भी हम आपके सामने रखेंगे. 

वीडियो: SSC-CGL 2024 रिजल्ट में गड़बड़ी सामने लाने वाले Abhinay Sharma ने Lallantop इंटरव्यू में क्या बताया?