राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन (RPSC) की सबसे बड़ी परीक्षा राजस्थान एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (RAS) मेन एग्जाम की तारीख आगे बढ़ाने की मांग हो रही है (RAS Mains exam postpone). मामला लगातार जोर पकड़ता दिख रहा है. कैंडिडेट्स इसके लिए सोशल मीडिया पर #RAS_MAINS_स्थगित_करो कैंपेन भी चला रहे हैं. पूरा मामला क्या है, और कैंडिडे्टस मेन परीक्षा को आगे बढ़ाने की मांग क्यों कर रहे हैं, विस्तार से जानते हैं.
RAS MAINS की तारीख पर बवाल, उम्मीदवारों की मांग CM भजनलाल तक पहुंची
परीक्षा की तैयार कर रहे उम्मीदवारों के मुताबिक साल 2021 में हुई RAS परीक्षा के मेन एग्जाम की तैयारी के लिए पांच महीने का समय दिया गया था. वहीं 2018 की परीक्षा के मेन एग्जाम के लिए 11 महीने का समय था, जो कि इस साल सिर्फ तीन महीने है.
RPSC राज्य सरकार में अलग-अलग प्रशासनिक पदों पर भर्ती के लिए RAS परीक्षा का आयोजन करता है. आयोग ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा, लेखा सेवा, कारागार सेवा और पर्यटन सेवा सहित राज्य सेवा में कुल 424 वैकेंसी जारी की थीं. अधीनस्थ सेवा के लिए 481 वैकेंसी जारी की गई थीं. परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन 28 जून 2023 को जारी किया गया.
RPSC ने 1 अक्टूबर 2023 को RAS परीक्षा का प्रीलिम्स एग्जाम आयोजित कराया. इसका रिजल्ट जारी किया गया 20 अक्टूबर 2023 के दिन. इसके बाद बारी आती है मुख्य परीक्षा की. कमीशन ने RAS मुख्य परीक्षा की तारीखें, प्री परीक्षा के रिजल्ट के बाद जारी कीं. बताया गया कि मुख्य परीक्षा 27 और 28 जनवरी 2024 को आयोजित कराई जाएगी. यानी मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए तीन महीने का समय दिया गया.
कैंडिडेट्स इसी को लेकर विरोध कर रहे हैं. प्री परीक्षा पास करने वाले कैंडिडेट्स का कहना है कि इतना समय मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त नहीं है. परीक्षा देने वाले एक उम्मीदवार राजेश यादव ने लल्लनटॉप से बात करते हुए बताया,
“कमीशन ने प्रीलिम्स की परीक्षा के रिजल्ट के बाद मुख्य परीक्षा की तारीखों का ऐलान किया. इसके लिए तीन महीने का समय काफी नहीं है. मुख्य परीक्षा में जितने सब्जेक्ट्स पूछे जाते हैं, उन्हें कैसे कोई कैंडिडेट तीन महीने में तैयार कर सकता है. इसके लिए और समय दिया जाना चाहिए. पिछले वर्षों में हुई परीक्षा में 10-10 महीने का समय दिया गया है.”
परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के मुताबिक साल 2021 में हुई RAS परीक्षा के मेन एग्जाम की तैयारी के लिए पांच महीने का समय दिया गया था. वहीं 2018 की परीक्षा के मेन एग्जाम के लिए 11 महीने का समय था. उससे पहले हुई 2016 की मेन्स परीक्षा के लिए 7 महीने का समय था.
कई सरकारी कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में लगे थेकैंडिडेट्स का ये भी कहना है कि मुख्य परीक्षा में सरकारी कर्मचारी भी शामिल होंगे. उन्होंने प्रीलिम्स परीक्षा पास की है. लेकिन उनकी मुख्य परीक्षा की तैयारी उतनी पुख्ता नहीं है. सरकारी कर्मचारियों की विधानसभा चुनाव में ड्यूटी लगाई गई थी. इस कारण उनको परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाया है. राज्य सरकार में LDC के पद पर कार्यरत एक कर्मचारी ने नाम ना छापने की शर्त पर लल्लनटॉप को बताया,
“20 अक्टूबर को आयोग ने मुख्य परीक्षा की तारीखों का ऐलान किया. 25 नवंबर से मेरी चुनाव ड्यूटी लगाई गई थी. उससे पहले चुनाव ड्यूटी के लिए ट्रेनिंग भी होनी थी. ड्यूटी के वक्त पर छुट्टियां भी नहीं मिलतीं. अब तीन महीने से भी कम समय में मैं कैसे परीक्षा के लिए तैयारी करूं. आयोग को तारीखें आगे बढ़ानी चाहिए.”
इसको लेकर कई कैंडिडेट्स ने अपना ड्यूटी कार्ड भी सोशल मीडिया पर डाला. पटवारी के पद पर कार्यरत चंद्रकला नाम की एक कैंडिडेट ने अपना चुनाव ड्यूटी कार्ड पोस्ट किया. इसके मुताबिक उनकी अजमेर विधानसभा क्षेत्र में 14 नवंबर से 2 दिसंबर तक ड्यूटी थी. वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात रजनीश कुमार नाम के कैंडिडेट ने भी अपना ड्यूटी कार्ड सोशल मीडिया पर डाला. उनकी 18 अक्टूबर से 7 दिसंबर के बीच चुनाव ड्यूटी लगाई गई थी. ड्यूटी कार्ड में ये भी साफ लिखा है कि इस बीच कर्मचारी कोई भी अवकाश नहीं ले सकता है. इस स्थिति में कैसे कोई कैंडिडेट परीक्षा की तैयारी कर सकता है, ये सवाल अब कैंडिडेट्स की तरफ से किया जा रहा है.
UPSC एक साल पहले जारी करती है कैलेंडरRAS मुख्य परीक्षा में शामिल होने वाले कैंडिडेट्स परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने के लिए एक और तर्क दे रहे हैं. उनका कहना है कि RPSC भर्ती कैलेंडर के अनुसार भर्ती करने की बात करता है. ये भी कहा जाता है कि UPSC की तर्ज पर कैलेंडर फॉलो किया जाता है. लेकिन उम्मीदवारों का कहना है कि UPSC एक साल पहले प्री और मेंस की डेट बता देता है, जबकि RPSC प्री के रिजल्ट के बाद मेंस की डेट जारी करता है. ऐसे में तैयारी के लिए कम समय मिलता है.
RAS की मुख्य परीक्षा की तैयारी कर रहे देवकरण ने लल्लनटॉप से बताया,
प्रीलिम्स की आंसर की में गड़बड़ी“RPSC ये बात करता है कि वो UPSC का तरह परीक्षा कराएगा. लेकिन मुख्य परीक्षा की तारीख प्रीलिम्स परीक्षा के बाद जारी की जाती है. तीन महीने के वक्त में तैयारी कैसे की जा सकती है? UPSC में जो सब्जेक्ट्स पूछे जाते हैं, उसके अलावा भी कई ऐसे सब्जेक्ट्स हैं जो RAS परीक्षा में पूछे जाते हैं. लगभग 30 सब्जेक्ट्स हमें पढ़ने होते हैं. इतने कम समय में ये करना असंभव है.”
उम्मीदवारों का एक आरोप भी है. उनका दावा है कि आयोग द्वारा जारी की गई प्रीलिम्स परीक्षा की आंसर की में गड़बड़ी है. इसको राजस्थान हाई कोर्ट में चुनौती दी जा चुकी है. कैंडिडेट्स का कहना है कि ऐसी स्थिति में अभ्यर्थियों को आर्थिक और मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ता है.
कई नेताओं ने किया समर्थनRAS परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने की मांग करने वाले कैंडिडेट्स के समर्थन में कई नेता उतरे हैं. राजस्थान के कैबिनेट मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने इसको लेकर सीएम भजनलाल शर्मा से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि ऐसे बहुत से उम्मीदवार हैं जिन्होंने चुनाव में ड्यूटी की है और वो परीक्षा की तैयारी नहीं कर पाए हैं. मंत्री ने भी उम्मीदवारों की बात दोहराई कि आमतौर पर जब भी RAS की परीक्षा होती है तो करीब 5 से 6 महीने का समय दिया जाता है, लेकिन इस बार करीब 3 महीने का समय दिया गया है जो काफी कम है.
खींसवर से विधायक हनुमान बेनीवाल ने भी उम्मीदवारों का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार को त्वरित संज्ञान लेकर RPSC को निर्देशित करते हुए RAS की मुख्य परीक्षा को स्थगित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है. इसको लेकर बेनीवाल ने सरकार को एक पत्र भी लिखा है.
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