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जले कागजों में मिले 68 प्रश्न, सीरियल नंबर भी सेम, NEET पर ये सरकारी रिपोर्ट तहलका मचा देगी!

NEET-UG Paper Case Updates: EOU ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जले हुए कागज उस घर से मिले थे जहां अरेस्ट किए हुए अभ्यर्थी ठहरे थे. उन कागजों में जो सेंटर कोड है वो ओएसिस स्कूल का है.

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NEET-UG पेपर मामले के आरोपी (फोटो- PTI)

NEET पेपर को लेकर चल रहे विवाद (NEET Paper Row) के बीच बिहार सरकार ने 22 जून को केंद्र सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. उसमें EOU ने कहा कि जांच में साफ तौर पर पेपर लीक का संकेत मिला है. रिपोर्ट में कहा गया है कि जांच के दौरान आर्थिक अपराध इकाई (EOU) को जो जले हुए पेपर मिले थे, उनमें से 68 प्रश्न ऑरिजिनल क्वेश्चन पेपर से मैच हुए हैं. इसी आधार पर EOU ने रिपोर्ट में पेपर लीक के संकेत वाली बात मेंशन की.

जले मिले पेपर टुकड़ों का मूल पेपर से मिलान करने के लिए फॉरेंसिक लैब की मदद ली गई. ऑरिजिनल पेपर से मैच हुए 68 प्रश्नों के अलावा जले हुए कागजों में इन प्रश्नों का सीरियल नंबर भी सेम निकला. 

इंडियन एक्सप्रेस से जुड़ी रितिका चोपड़ा की रिपोर्ट के मुताबिक, EOU ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जले हुए कागज उस घर से मिले थे जहां अरेस्ट किए हुए अभ्यर्थी ठहरे थे. उन कागजों में जो सेंटर कोड है वो ओएसिस स्कूल का है. NTA ने इस स्कूल को झारखंड के हजारीबाग में परीक्षा केंद्र के तौर पर नामित किया था.

टीम जांच के लिए स्कूल पहुंची. उन लिफाफों की जांच हुई जिनमें क्वेश्चन पेपर पैक होकर आए थे. देखा गया कि एक लिफाफा गलत साइड से काटा गया था. आम तौर पर ये लिफाफे एक साइड पर हाईलाइट किए हुए एरिया से ही फाड़कर या काटकर खोले जाते हैं. इसके लिए परीक्षा कर्मचारियों को ट्रेन भी किया जाता है. मामले को लेकर स्कूल के प्रिंसिपल एहसानहुल हक का कहना है कि पैकेट के स्कूल पहुंचने से बहुत पहले पेपर लीक हो गया होगा. उन्होंने दावा किया कि स्कूल को मिला पैकेट छात्रों के सामने ही खोला गया था. 

रिपोर्ट के मुताबिक, जले हुए कागज संदिग्ध उम्मीदवारों की गिरफ्तारी के साथ 5 मई को ही बरामद कर लिए गए थे. हालांकि, NTA के सहयोग की कमी के चलते पेपर मिलाने में देरी हुई.

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खबर है कि EOU की इस रिपोर्ट के आधार पर ही शिक्षा मंत्रालय ने मामले की जांच CBI को सौंपी है. बता दें, 23 जून को EOU ने मामले में शामिल पांच और संदिग्ध लोगों को अरेस्ट किया है. इस तरह अब तक कुल 18 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. फिलहाल बिहार EOU पेपर लीक होने के समय और जगह की पहचान करने की कोशिश कर रही है.

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