IIT में अब B. Ed की पढ़ाई भी होगी. इसके लिए इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) की शुरुआत की जाएगी. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसकी घोषणा की है. बीते 11 जून को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान IIT भुवनेश्वर में थे. वहीं उन्होंने IIT में B. Ed. की पढ़ाई की घोषणा की. उन्होंने कहा,
ITEP: टीचर्स ट्रेनिंग के लिए IIT में शुरू होगा 4 साल का बीएड कोर्स, शिक्षा मंत्री ने की घोषणा
IIT में अब B. Ed की पढ़ाई भी होगी. इसके लिए इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) की शुरुआत की जाएगी. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसकी घोषणा की है.

ये चार साल का इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम होगा. इसे पॉयलट मॉडल के तौर पर लॉन्च किया जाएगा. इसका मकसद नई शिक्षा नीति के अनुसार शिक्षकों को उचित ट्रेनिंग देना है. इससे शिक्षकों की दक्षता और छात्रों के पूर्ण विकास में मदद मिलेगी.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक बीएड कॉलेजों से प्रशिक्षित होकर निकल रहे टीचर्स के स्तर पर चिंता जताते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा,
हमने पाया है कि हम उस तरह के टीचर नहीं पा रहे हैं जैसी कि हमें अपेक्षा है. अगर हम अच्छे टीचर्स नहीं पाएंगे तो हम अच्छी शिक्षा की उम्मीद नहीं रख सकते. इस बात को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमें सलाह दी कि अब आगे आने वाले टीचर्स को अच्छे से तैयार किया जाए. जिसके बाद हमने इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) शुरू करने का फैसला किया.
प्रधान ने कहा कि टीचर्स को प्रशिक्षित करने के लिए IIT बेस्ट इंस्टीट्यूट्स साबित हो सकते हैं. उन्होंने कहा,
IIT आजकल ह्यमैनिटिज कोर्सेज भी स्टूडेंट्स को ऑफर कर रहे हैं. अगर टीचर IIT से पढ़कर और प्रशिक्षित होकर निकलते हैं तो हम कल्पना कर सकते हैं कि टीचर्स का स्तर भी बेहतर होगा और छात्रों को भी अच्छी शिक्षा मिलेगी.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक इस साल IIT भुवनेश्वर में 4 साल के इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स की शुरुआत हो सकती है.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान IIT भुवनेश्वर परिसर में केंद्रीय विद्यालय का उद्घाटन कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने पूरे देश में 15000 ‘पीएम श्री स्कूल’ खोलने की भी घोषणा की. ताकि भविष्य के लिए बच्चों को तैयार किया जा सके. इसमें से 500 से ज्यादा स्कूल केवल ओडिशा में ही खोले जाएंगे.
NEP के मुताबिक टीचर्स को तैयार करना है लक्ष्यबैचलर ऑफ एजुकेशन यानी B.Ed. एक ऐसा कोर्स है जिसके जरिए टीचर्स को ट्रेनिंग दी जाती है. किस तरीके से बच्चों को पढ़ाना है, उन्हें चीजों को समझाना है, इन सब के बारे में बताया जाता है. जो अभ्यर्थी टीचर बनना चाहते हैं उन्हें ग्रेजुएशन के बाद बीएड कोर्स करना जरूरी होता है. बीएड पास करने के बाद स्टेट TET या CTET की परीक्षा पास करनी होती है. इसके बाद अभ्यर्थी प्राइमरी टीचर (कक्षा 1 से 5 तक) बनने के योग्य हो जाते हैं. पहले बीएड का कोर्स 2 साल का होता था. लेकिन नई शिक्षा नीति के अनुसार 2 साल के बीएड को खत्म कर 4 साल का इंटीग्रेटेड बीएड प्रोग्राम शुरू किया जाएगा.
इंटीग्रेटेड B.Ed क्या है?इंटीग्रेटेड बीएड प्रोग्राम में सीधे 12वीं के बाद ही एडमिशन लिया जा सकेगा. बीएड करने के लिए पहले ग्रेजुएशन पूरा करने की जरूरत नहीं होगी. इस कोर्स की अवधि चार साल की होगी. यानी की पहले जो 3 साल का ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद फिर 2 साल बीएड करना होता था वो अब 4 साल के एक ही कोर्स में पूरा हो जाएगा. इससे एक साल के समय की भी बचत होगी.
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