50 साल के एक शख्स ने अपनी बेटी के साथ NEET UG 2024 की परीक्षा दी. और दोनों को एक साथ इस परीक्षा में सफलता भी मिली. पिता ने इस परीक्षा में इसलिए हिस्सा लिया ताकि वो अपनी बेटी के लिए एक बेहतर शिक्षक बन सकें. NEET की परीक्षा में पिता दूसरी बार शामिल हुए थे. जबकि उनकी बेटी के लिए ये पहला मौका था.
बाप-बेटी ने एक साथ पास की NEET-UG परीक्षा, नौजवानों के लिए प्रेरणा बना 50 साल का ये शख्स
Vikas Mangotra ने 2022 में पहली बार अपनी क्षमताओं को जांचने के लिए NEET की परीक्षा दी थी. 2024 में यानी इस बार उन्होंने अपनी बेटी को प्रेरित करने और अपने पढ़ाने के तरीके को और बेहतर बनाने के लिए परीक्षा दी थी.

इंडियन एक्सप्रेस से जुड़ीं समृद्धि सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक, पिता विकास मंगोत्रा एक कॉरपोरेट कर्मचारी हैं और दिल्ली में काम करते हैं. उनकी बेटी का नाम मीमांसा है जो 18 साल की हैं. विकास ने ग्रेटर नोएडा और उनकी बेटी ने नोएडा स्थित एग्जाम सेंटर पर परीक्षा दिया था.
विकास मंगोत्रा मूल रूप से जम्मू के रहने वाले हैं. उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्होंने 2022 में भी NEET क्वालिफाई किया था. उन्होंने 90 की दशक के शुरूआत में स्टेट PMT (Pre-Medical Test) का फॉर्म भरा था. वो डॉक्टर बनना चाहते थे और उनके पास मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए पर्याप्त अंक भी थे. हालांकि, कुछ व्यक्तिगत कारणों से विकास को इंजीनियरिंग करनी पड़ी. सिर्फ NEET ही नहीं, विकास ने लगभग दो दशक पहले GATE, JKCET और UPSC CSE जैसी अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं भी दी थीं.
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क्यों दी NEET की परीक्षा?उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि 2022 में उन्होंने पहली बार अपनी क्षमताओं को जांचने के लिए NEET की परीक्षा दी थी. इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा. 2024 में यानी इस बार उन्होंने अपनी बेटी को प्रेरित करने और अपने पढ़ाने के तरीके को और बेहतर बनाने के लिए परीक्षा दी थी. दरअसल, विकास NEET की तैयारी में अपनी बेटी मीमांसा की मदद करते थे. इस दौरान बेटी मीमांसा ने उनसे कहा कि उनके समझाने का तरीका बहुल सिंपल (आसान) है. एक बार मीमांसा को एक प्रश्न में दिक्कत आई और विकास ने उनकी मदद की. ये देखकर मीमांसा ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि उनके पिता को अब भी ये सब याद है. स्कूल के दिनों से ही उन्हें पढ़ाने का शौक रहा है.
विकास को खबर मिली कि 2021 में ओडिशा में एक 60 साल के व्यक्ति ने NEET क्वालिफाई किया था. इसके बाद उन्हें भी प्रेरणा मिली. अपने ऑफिस के बाद विकास हर रोज कई घंटे पढ़ाई करते थे. उनकी बेटी मीमांसा ने तैयारी करने और अपना NEET स्कोर सुधारने के लिए एक साल का ड्रॉप लिया है. मंगोत्रा ने कहा कि जब उन्होंने उसे पढ़ाना शुरू किया, तभी उन्हें एहसास हुआ कि परीक्षा की तैयारी करते समय छात्रों को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने अभिभावकों को सुझाव दिया कि यदि माता-पिता वास्तव में अपने बच्चे की तैयारी में योगदान देना चाहते हैं, तो उन्हें स्वयं भी पाठ्यक्रम में उनकी मदद करनी चाहिए.
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