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12वीं के बाद इन केमिस्ट्री कोर्स में एडमिशन करियर सफल बना देगा

साइंस से 12वीं पास की है. केमिस्ट्री में कैरियर बनाना चाहते हैं. लेकिन कोर्स को लेकर उलझन में हैं, तो यहां आइए.

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Chemistry की फील्ड में प्रोडक्शन केमिस्ट,एग्रीकल्चर साइंटिस्ट,क्लिनिकल बायोकेमिस्ट जैसे पदों पर काम कर सकते हैं(फोटो-इंडिया टुडे)

12वीं साइंस स्ट्रीम (12th Science Stream) से पास करने के बाद छात्रों के पास कई विकल्प होते हैं. बीएससी (BSc), बीटेक (BTech) कोर्स तो खुले ही होते हैं, साथ ही आर्ट्स (Arts) या कॉमर्स (Commerce) के कोर्सज में जाने का ऑप्शन भी होता है. हालांकि साइंस स्ट्रीम से होने के बाद भी कई छात्रों को करियर को लेकर कन्फ्यूजन रहती है. जैसे शिवांगी. इस साल 12वीं की परीक्षा देने वाली शिवांगी ने साइंस स्ट्रीम में पढ़ाई की है और अब कन्फ्यूज्ड हैं कि केमेस्ट्री (Chemistry) से हायर एजुकेशन करने के लिए कौन सा कोर्स बेस्ट रहेगा. 

अगर आप भी शिवांगी की तरह केमिस्ट्री से कोई कोर्स करने का मन बना रहे हैं तो नीचे दिए गए कोर्स की लिस्ट एक बार देख लीजिए. शायद कोई कोर्स ऐसा मिल जाए जो आपके काम का हो और आप उसके बारे में ना जानते हों.

केमिस्ट्री के बेस्ट कोर्स

केमिस्ट्री में कोर्सेज के ऑप्शन बहुत सारे हैं. कुछ बेस्ट कोर्स नीचे डिस्कस किए गए हैं.

1. बीएससी एनालिटिकल मेथड्स इन केमिस्ट्री (B.Sc, Analytical methods in Chemistry and Biochemistry)

एनालिटिकल केमिस्ट्री एक तरह की अप्लाइड और एक्सपेरिमेंटल फील्ड है. यहां केमिस्ट्री के अलावा बायोलॉजी और टेक्नोलॉजी से जुड़े बहुत सारे कॉन्सेप्ट्स पढ़ाए जाते हैं. तीन साल के इस कोर्स में बायोकेमिस्ट्री, ग्रीन केमिस्ट्री, पॉलिमर साइंस जैसे कई सब्जेक्ट्स कवर किए जाते हैं. इसमें कोर्स करने के बाद छात्र बायोइंफॉरमेंटिक्स, फॉरेंसिक साइंस जैसे क्षेत्रों में ऐकडैमिक पढ़ाई के लिए भी जा सकते हैं.

इस कोर्स के लिए एलिजिबिल होना है तो 12वीं पास होना जरूरी है. वो भी साइंस स्ट्रीम से, और फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स सब्जेक्ट्स के साथ. इसके बाद CUET परीक्षा में बैठना होगा और क्वालिफाई करना होगा. इस फील्ड में जॉब की बात करें तो कोर्स के बाद एनालिटिकल केमिस्ट, बायोटेक्नोलॉजिस्ट, क्लिनिकल बायोकेमिस्ट के पदों पर काम कर सकते हैं.

(लल्लनटॉप को और करीब से जानें.)

2. बीएससी अप्लाइड केमिस्ट्री (B.Sc, Applied Chemistry)

तीन साल के इस अंडरग्रेजुएट कोर्स में केमिस्ट्री के थ्योरिटिकल प्रिंसिपल्स पढ़ाए जाते हैं. ये भी सिखाया जाता है कि इन प्रिंसिपल्स को कैसे अप्लाई करना है. करिकुलम में इनऑरगैनिक, ऑरगैनिक और फिजिकल केमिस्ट्री जैसे सब्जेक्ट्स शामिल होते हैं. इसके अलावा मेडिसिनल और फूड केमिस्ट्री भी पढ़ाई जाती है.

एलिजिबिलिटी की बात करें तो 12वीं पास होना जरूरी है. साइंस स्ट्रीम से होना भी जरूरी है वो भी फिजिक्स, केमिस्ट्री मैथ्स या बायोलॉजी सब्जेक्ट्स के साथ. इसके बाद CUET का इंट्रेंस टेस्ट देना होगा.

करियर की बात करें तो नैनोटेक्नोलॉजिस्ट, बायोटेक्नोलॉजिस्ट, टॉक्सिकोलॉजिस्ट और हेल्थकेयर साइंटिस्ट के तौर पर काम करने के बेहतरीन मौके हैं. टॉप रिक्रूटिंग कंपनियों की बात करें तो ONGC, BPCL और भाभा एटॉमिक रिसर्च सेटर हैं.

3. बीएससी ऑनर्स केमिस्ट्री (B.Sc, (H) Chemistry)

तीन साल का ये अंडरग्रेजुएट कोर्स नॉर्मल ग्रेजुएट कोर्स से अलग है. केमिस्ट्री ऑनर्स में कुछ स्पेशलाइज्ड सब्जेक्ट्स पढ़ाए जाते हैं. इस कोर्स में एटॉमिक स्ट्रक्चर, केमिकल बॉन्डिंग, इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री और अन्य सब्जेक्ट से जुड़ी चीजें सिखाई जाती हैं. इस कोर्स में एलिजिबल होने के लिए साइंस स्ट्रीम के साथ 12वीं पास होना जरूरी है. वो भी फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स में.

बीएससी ऑनर्स केमिस्ट्री के बाद हेवी केमिकल इंडस्ट्रीज, फूड इंडस्ट्रीज, मेडिकल सर्विसेज आदि फील्ड में काम किया जा सकता है. इसके अलावा मटेरियल टेक्नोलॉजिस्ट, प्रोडक्शन, लैब केमिस्ट के पदों पर काम किया जा सकता है.

4. बीएससी इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री (B.Sc, Industrial Chemistry)

इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री, केमिस्ट्री की एक सब ब्रांच है. तीन साल के इस अंडरग्रेजुएट कोर्स में स्टूडेंट्स को केमिस्ट्री के रॉ मटीरियल्स के बारे में पढ़ाया जाता है. इसके अलावा ये भी सिखाया जाता है कि इन मटीरियल्स को कैसे कमर्शियल यूज में इस्तेमाल किया जाएगा. साथ ही स्टूडेंट्स को ये भी बताया जाता है कि केमिकल प्रोडक्ट्स का कमर्शियल प्रोडक्ट्स बनाने में कैसे इस्तेमाल करते हैं.

एलिजिबिलिटी की बात करें तो 12वीं साइंस स्ट्रीम से पास होना कम्पलसरी है. इसके अलावा 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स भी होने चाहिए. इसके बाद आप CUET का इंट्रेंस एग्जाम दे सकते हैं. करियर की बात करें तो इस कोर्स को पूरा करने के बाद बायोमेडिकल केमिस्ट, प्रोडक्शन केमिस्ट, एनवायर्नमेंटल कंसल्टेंट के पदों पर काम कर सकते हैं. इसके अलावा हायर एजुकेशन और रिसर्च के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं.

5. बीएससी फूड एंड न्यूट्रिशन (B.Sc, Food and Nutrition)

ये तीन साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स है जो कि फूड टेक्नोलॉजी से जुड़ा हुआ है. इस कोर्स में न्यूट्रिशन और फूड साइंस के बारे में पढ़ाया जाता है. करिकुलम में फूड प्रोसेसिंग, क्वालिटी कंट्रोल, और न्यूट्रिशन टेक्नोलॉजी जैसे सब्जेक्ट्स पढ़ाए जाते हैं. कोर्स पूरा करने के बाद छात्र मास्टर्स या रिसर्च की फील्ड में भी जा सकते हैं.

एलिजिबिलिटी की बात करें तो 12वीं पास करना होगा. अगैन, 12वीं साइंस स्ट्रीम से पास होनी चाहिए, वो भी में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी सब्जेक्ट के साथ. करियर पर आएं तो फूड इंस्पेक्टर, एग्रीकल्चर साइंटिस्ट, फूड साइंटिस्ट जैसे पद पर काम किया जा सकता है. इसके अलावा रिसर्च की फील्ड में भी जा सकते हैं और सरकारी जॉब्स की तलाश भी कर सकते हैं. 

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