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मुकेश अंबानी: सैलरी नहीं लेते, शेयर्स नहीं बेचते, उनका नून-तेल कैसे चल रहा?

आप एक महीने की सैलरी के बिना अपने जीवन की कल्पना नहीं कर पाएंगे. लेकिन अगले ने 3 साल से सैलरी नहीं उठाई है.

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रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमोटर्स के पास कंपनी में 50.39 फीसदी हिस्सेदारी है. (तस्वीर साभार- India Today)

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने हाल ही में अपनी सालाना रिपोर्ट जारी की है. सालाना रिपोर्ट में कंपनी बताती है कि उसने बीते साल क्या काम किया, माली हालत कैसी रही, वगैरह-वगैरह. रिलायंस ने इसी रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनी के चेयरमैन और एमडी मुकेश अंंबानी ने लगातार तीसरे साल कोई सैलरी नहीं ली है.

अपन तो बिना सैलरी एक महीना नहीं निकाल पाते. फिर मुकेश अंबानी का घर कैसे चल रहा है. मान लिया कि उनके पास अच्छी खासी संपत्ति पहले से है, लेकिन नियमित सैलरी का न होना क्या उनका बजट नहीं बिगाड़ता? ये सवाल कई लोगों के दिमाग में है. और जवाब है विशेषज्ञों के पास. हम इन दो के बीच पुल बनने जा रहे हैं.

‘’तब तक सैलरी नहीं लूंगा'' 

मुकेश अंबानी कोविड काल के बाद से जीरो सैलरी ले रहे हैं. दरअसल कोरोना काल में बाकी कंपनियों की तरह ही रिलायंस का कारोबार भी प्रभावित हुआ. तब मुकेश ने संकल्प लिया था कि जब तक कंपनी का कारोबार कोविड से पहले वाले स्तर पर नहीं आ जाता, तब तक वो सैलरी नहीं लेंगे. रिलायंस की सालाना रिपोर्ट बता रही है कि अंबानी अपने संकल्प पर लगातार तीसरे साल कायम रहे हैं.

तो फिर अंबानी का घर कैसे चल रहा है?

इस सवाल को लेकर हम केडिया फिनकॉर्प के फाउंडर नितिन केडिया के पास गए. उन्होंने बताया कि मुकेश अंबानी, समूह के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्ट के तौर पर 15 करोड़ रुपये की सैलरी लेते थे. मगर उनकी कमाई के और कई जरिये हैं. डिविडेंड से लेकर IPL टीम मुंबई इंडियंस से कमाई और उनका पर्सनल इनवेस्टमेंट भी. इनमें सबसे ज्यादा कमाई डिविडेंड से होती है. ये क्या बला होता है, आइए समझ लेते हैं.

कंपनी हर साल अपना फायदा शेयरधारकों के बीच भी बांटती है. इसे ही डिविडेंड कहते हैं. उदाहरण के तौर पर मान लेते हैं रिलायंस को 200 रुपये का फायदा हुआ. इसमें से 100 रुपये कंपनी बिजनेस की तरक्की के लिए रख लेगी. बाकी 100 रुपये शेयरधारकों में बांट दिए जाएंगे.

एक आम निवेशक की तरह ही मुकेश अंबानी के पास भी रिलायंस इंडस्ट्री के शेयर हैं. इसलिए उन्हें भी डिविडेंड का पैसा मिलता है. फर्क बस इतना है कि आम निवेशकों के मुकाबले मुकेश अंबानी के पास शेयरों की संख्या काफी अधिक है. इसलिए डिविडेंड से उनकी बढ़िया कमाई हो जाती है.

BSE माने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के आकड़ों के मुताबिक मुकेश अंबानी परिवार समेत पूरा प्रमोटर ग्रुप रिलायंस इंडस्ट्रीज में 50.39 पर्सेंट हिस्सेदारी रखता है. इस समय शेयर बाजार में रिलायंस इंडस्ट्रीज के कुल 6,76,57,88,990 यानी 6 अरब 76 करोड़ 57 लाख 990 शेयर मौजूद हैं. इस तरह 50.39 फीसदी के हिसाब से अंबानी परिवार समेत प्रमोटर्स के पास कुल 3,32,27,48,048 शेयर हुए यानी 3 अरब 32 करोड़ 27 लाख 48 हजार 48 शेयर.

केडिया ने दी लल्लनटॉप को बताया कि रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) हर साल औसतन 6.30- 10 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड देती रही है. इस हिसाब से प्रमोटर ग्रुप हर साल सिर्फ डिविडेंड से ही मोटा-मोटी 2 से 3 हज़ार करोड़ रुपये कमा लेता है.

रिलायंस के प्रमोटर ग्रुप में मुकेश अंबानी परिवार के 6 लोग हैं. 

कोकिला अंबानी (मां)         0.24%   160 लाख शेयर 

मुकेश अंबानी                     0.12%     80 लाख शेयर

नीता अंबानी (पत्नी)           0.12%     80 लाख शेयर 

आकाश अंबानी (बेटा)      0.12%      80 लाख शेयर

ईशा अंबानी (बेटी)            0.12%      80 लाख शेयर

अनंत अंबानी (बेटा)          0.12%      80 लाख शेयर

आवक स्रोत 2: अंबानी की कंपनी में अंबानी की कंपनी का पैसा 

अंबानी परिवार के अलावा कई प्राइवेट फर्म भी रिलायंस की प्रमोटर हैं. इनमें से भी कई कंपनियां मुकेश अंबानी की ही हैं. तो इनका निवेश भी मुकेश अंबानी का ही हुआ. सो कंपनी ने रिलायंस में अपने निवेश पर जो डिविडेंट कमाया, वो भी मुकेश का हुआ. अंबानी परिवार के पास व्यक्तिगत रूप से रिलायंस में करीब 0.84 फीसदी हिस्सेदारी है. इससे इतर 49.55 फीसदी हिस्सेदारी कंपनी या ट्रस्ट के पास है. इसलिए कह सकते हैं कि 50.39 फीसदी शेयर के हिस्से पर डिविडेंड का जो पैसा आएगा वो मुकेश अंबानी (या उनके परिवार) के पास ही जाएगा.

कंपनी ने वित्त वर्ष 2022-23 में प्रति शेयर 9 रुपये का डिविडेंड देने का ऐलान किया था. इस हिसाब से मुकेश अंबानी ने सिर्फ डिविडेंड से ही 7.2 करोड़ रुपये कमा लिए. प्रमोटर्स ग्रुप की बाकी कंपनियों से हुई आय को मिला दें, तो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मुकेश अंबानी (परिवार) को 2022-23 में 2 हज़ार 990 करोड़ रुपये की आय मिल ही गई. और इस तरह सैलरी के बिना भी मुकेश अंबानी हर साल अरबों कमाते रहते हैं. और उनके यहां नून-तेल वाली समस्या खड़ी नहीं होती.