'हिंडनबर्ग रिसर्च' की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयर (Adani group share) भरभराकर गिरे. सिर्फ एक दिन में ग्रुप का मार्केट कैप 3.37 लाख करोड़ रुपये तक कम हो गया. अडानी समूह के शेयरों में गिरावट इसके निवेशकों को भी बुरी तरह प्रभावित कर रहा है. और इसका सबसे बड़ा झटका लगा है सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम यानी LIC को. LIC अडानी ग्रुप की कंपनियों में सबसे बड़ा घरेलू निवेशक है. शेयर मार्केट में मची इस अफरातफरी से LIC को 16 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है. सिर्फ दो दिनों में अडानी ग्रुप की कंपनियों में LIC की होल्डिंग वैल्यू 22 फीसदी तक कम हो गई.
अडानी के शेयर गिरे, LIC में पैसा लगाने वालों को ये खबर जरूर पढ़नी चाहिए
दो दिन में अडानी समूह ने 4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा गंवा दिए!
अडानी ग्रुप की सात कंपनियों में LIC की शेयरहोल्डिंग है. अंग्रेजी अखबार मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी टोटल गैस में LIC की शेयरहोल्डिंग 5.96 फीसदी है. दो दिनों की गिरावट से बीमा कंपनी को 6,232 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. 27 जनवरी को मार्केट बंद होने तक अडानी टोटल गैस के शेयर 20 फीसदी तक गिरे थे. इसी तरह अडानी एंटरप्राइजेज के स्टॉक में LIC की हिस्सेदारी 4.23 फीसदी है. अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर के दाम 3442 रुपये से 2768 पर (करीब 19 फीसदी) आ गए. कीमत गिरने के बाद LIC को 3245 करोड़ का नुकसान हुआ है.
24 जनवरी को LIC की होल्डिंग वैल्यू 72 हजार करोड़ रुपये थी. जो बाजार बंद होने के बाद 55 हजार करोड़ पर आ गई. अडानी ग्रुप की जिन कंपनियों के स्टॉक में LIC की शेयरहोल्डिंग है, उनमें अडानी टोटल गैस, अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स, अडानी ट्रांसमिशन, अंबूजा सीमेंट्स, अडानी ग्रीन, एसीसी सीमेंट्स हैं. हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी 27 जनवरी को इन सभी कंपनियों के शेयर बुरी तरह लुढ़क गए. इसके अलावा अडानी पावर और अडानी विल्मर के शेयर 5 फीसदी तक गिरे हैं.
LIC के शेयरों की कीमतों में भी गिरावट आई है. पिछले दो दिनों में 5.3 फीसदी से ज्यादा की कमी देखने को मिली. शेयरों में इस क्रैश से अडानी ग्रुप के प्रोमोटरों के बाद सबसे ज्यादा नुकसान LIC का ही हुआ है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, LIC ने पिछली 9 तिमाही में अडानी ग्रुप की 4 कंपनियों में लगातार शेयरहोल्डिंग बढ़ाया था. इनमें से एक कंपनी में निवेश करीब 6 गुना बढ़ा था. सितंबर 2020 से दिसंबर 2022 के बीच अडानी एंटरप्राइज में LIC का स्टेक एक फीसदी से बढ़कर 4.23 हो गया. इसी तरह अडानी टोटल गैस में यह एक फीसदी से बढ़कर 5.96 फीसदी बढ़ा.
बीमा क्षेत्र में LIC अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश करने वाली सबसे बड़ी कंपनी है. अगर अडानी ग्रुप में बीमा कंपनियों के कुल निवेश को देखें तो सिर्फ LIC की शेयरहोल्डिंग 98 फीसदी से ज्यादा है.
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LIC को हुए इस नुकसान के बाद विपक्षी दलों ने सरकार से मांग की है कि वो हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट की जांच करे. कांग्रेस पार्टी ने कहा कि LIC में करोड़ों भारतीयों के पैसे लगे हैं जो अपनी पूरी जिंदगी की बचत को भरोसे से जमा करते हैं.
अडानी ग्रुप पर आरोपदो दिन पहले आई हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में दावा किया गया कि अडानी ग्रुप कई सालों से स्टॉक मैनिपुलेशन (शेयरों में धांधली) और अकाउंटिंग फ्रॉड में शामिल है. यह भी कहा गया कि अडानी समूह ने टैक्स हैवेन्स में कंपनी खड़ी करने की सुविधा का नाजायज फायदा उठाया है. ये भी कहा गया कि अडानी की कंपनियों पर ढेर सारा कर्ज है जो पूरे ग्रुप को जोखिम वाली स्थिति में डालता है. हिंडनबर्ग रिसर्च की पूरी रिपोर्ट क्या है आप इस लिंक पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं.
इस रिपोर्ट के आने के बाद 25 जनवरी को ही अडानी समूह की कंपनियों का मार्केट कैप एक लाख करोड़ कम हो गया था. बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, 27 जनवरी को अडानी ग्रुप के 10 शेयरों का मार्केट कैप 12 फीसदी गिरकर 16.83 लाख करोड़ हो गया है. 24 जनवरी को यह 19 लाख 20 हजार करोड़ रुपये था. इस रिपोर्ट के बाद फोर्ब्स की अरबपतियों की सूची में गौतम अडानी तीसरे से सातवें नंबर पर पहुंच गए हैं.