पिछले दिनों अमेरिका में भारत के दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी (Gautam Adani) और उनके भतीजे सागर अडानी (Sagar Adani) समेत अडानी ग्रुप से जुड़े 7 लोगों के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोप लगने की खबर आई थी. अब अडानी समूह की कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) की ओर से बड़ा बयान आय़ा है. कंपनी ने कहा है कि रिश्वतखोरी के आरोपों से जुड़ी खबरें निराधार और गलत हैं. अमेरिकी भ्रष्टाचार प्रैक्टिस एक्ट (FCPA) के तहत आरोप लगाए जाने की खबरों में कोई सच्चाई नहीं हैं और गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी या विनीत जैन पर यूएस डीओजे (US DOJ) के अभियोग या यूएस एसईसी ( US SEC) की सिविल शिकायत में निर्धारित मामलों में एफसीपीए के किसी भी उल्लंघन का आरोप नहीं लगा है.
'हम पर रिश्वतखोरी का कोई आरोप नहीं', अडानी ग्रुप ने किया बड़ा दावा
Adani Bribery Case: अडानी ग्रीन एनर्जी ने एक प्रेस रिलीज जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि ग्रुप के चेयरमैन Gautam Adani और उनके भतीजे Sagar Adani के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपी से जुड़ी सारी खबरें निराधार हैं.
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अडानी समूह ने क्या कहा है?
अडानी ग्रीन एनर्जी की ओर से ये जानकारी बुधवार 27 जनवरी को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में भी दी गई है. जानकारी में कहा गया है कि गौतम अडानी, सागर अडानी या विनीत जैन पर नहीं, बल्कि अमेरिकी न्याय विभाग के अभियोग में केवल Azure और CDPQ अधिकारियों पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया गया है. कभी ने दावा किया है कि अडानी ग्रुप की कंपनी के अधिकारियों पर रिश्वतखोरी या भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाली सभी रिपोर्ट्स में गलत दावे किए गए हैं.
रिश्वतखोरी का ये आरोप क्या है?
न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में सुनवाई के दौरान गौतम अडानी की कंपनी पर US में निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करने और एक सोलर एनर्जी कॉन्ट्रेक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को मोटा रिश्वत देने का आरोप लगाया गया है. आरोप है कि 2020 से 2024 के बीच अडानी ग्रीन और एज्योर पावर ग्लोबल को ये सोलर प्रोजेक्ट दिलाने के लिए गलत रूट से भारतीय अधिकारियों 265 मिलियन डॉलर (करीब 2236 करोड़ रुपये) को रिश्वत दी गई.
आंध्र प्रदेश में भी जांचइससे पहले अमेरिकी कोर्ट में अडानी ग्रुप के खिलाफ लगे रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के मामले में आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी का भी नाम सामने आया था. जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा था कि इन आरोपों से राज्य की ब्रांड इमेज को ठेस पहुंची है. नायडू की प्रतिक्रिया के कुछ दिन बाद अब आंध्र प्रदेश सरकार के दो मंत्रियों ने बताया है कि जगन मोहन रेड्डी सरकार द्वारा अडानी ग्रुप से बिजली खरीदने के लिए सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के साथ किए गए बिजली खरीद समझौते जांच के दायरे में हैं.
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