एक जमाने में जब रास्ते में गाड़ी पंचर हो जाती थी तो आगे क्या होता था, वो दर्द याद करके ही दोबारा दर्द होने लगता है. कुछ मीटर भी गड्डी खींचनी पड़ती थी तो दम ही निकल जाता था. गाड़ी भले घर में खड़ी हो फिर भी पंचर टायर बड़ा दर्द था. खैर ये बीते वक्त की बात हो गई. टायर में से ट्यूब उड़ा मतलब जैसे ही वो ट्यूबलेस हुए तो दिक्कत कम हो गई. पंचर टायर के साथ भी गाड़ी कुछ किलोमीटर चली जाती है. पंचर बनाने वाली किट से काम और आसान हुआ है. वाकई में?
गाड़ी का टायर पंचर हो तो उसे नूडल्स नहीं, मशरूम खिलाओ! गाड़ी वालों के काम की है ये ख़बर
टायर का पंचर बनाने के लिए हम जिस लोहे के सुआ और ऑरेंज रंग की रस्सी का इस्तेमाल करते हैं वो इंसटेंट नूडल हैं. मतलब पंचर तो बनेगा लेकिन टायर और गाड़ी की हेल्थ का क्या? चिंता नक्को. आप गाड़ी साइड में लगाओ, हम सही से पंचर बनाना बताते हैं.

शायद नहीं. क्योंकि टायर का पंचर बनाने के लिए हम जिस सुआ और ऑरेंज रंग की रस्सी (रोप टाइप) तकनीक का इस्तेमाल करते हैं वो इंसटेंट नूडल है. भूख तो मिटेगी मगर हेल्थ का क्या? मतलब पंचर तो बनेगा लेकिन टायर और गाड़ी की हेल्थ का क्या? चिंता नक्को. आप गाड़ी साइड में लगाओ, हम पंचर बनाना बताते हैं.
टायर को नूडल नहीं मशरूम खिलाइएनूडल और मशरूम की रेसिपी समझने के लिए पहले जरा आजकल के ट्यूबलेस टायर के पंचर की प्रोसेस समझते हैं. जंगली तूफान और टायर पंचर हुआ तो हम जाते हैं रिपेयर करने वाले भईया के यहां. टायर को खोलने की जरूरत नहीं. हवा भरो और पानी डालकर पंचर का पता कर लो.
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इसके बाद मेटल के सूजे में ऑरेंज कलर की रोप को लगाकर टायर में ठूंस दो. भईया 50 रुपये यूपीआई करना. इतना ही होता है. सब सोना-सोना लग रहा मगर ये सही तरीका नहीं है. पंचर टायर में से हवा निकलती रहती है. ये काम बहुत हौले-हौले होता है इसलिए आमतौर पर पता नहीं चलता मगर ऐसा होता है. अब बताने की जरूरत नहीं कि टायर में कम हवा उसकी और गाड़ी की सेहत के लिए अच्छी बात तो है नहीं. अब क्या करें.

जल्दबाजी में आपने रोप टाइप पंचर लगवा भी लिया तो जब भी समय मिले, टायर में मशरूम वाला पंचर लगवा लीजिए. ये एक मशरुम के शेप का रबर बेस प्रोडक्ट है जो टायर को खोलकर अंदर से लगाया जाता है. एकदम वैसे ही जैसे पहले ट्यूब के साथ होता था. बस अब ट्यूब की जगह टायर को रेतमाल से थोड़ा घिसकर फिर मशरूम को चिपकाया जाता है.

ये पंचर रिपेयर का सही तरीका है. हालांकि ये हर दुकान पर मिलेगा नहीं क्योंकि रिपेयर वाले भी इतनी मेहनत नहीं करना चाहते. इसका एक तरीका है. मशरूम पंचर अपने पास रख लीजिए. जब पंचर बनवाने वाले हों, तभी बिक्की प्लीज बोलकर काम करवा लीजिए.
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