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शरीर को कैसे पता चलता है जागने-सोने का सही टाइम, बिगड़ने पर क्या दिक्कत हो सकती है?

सर्कैडियन रिदम हमारे दिमाग में मौजूद एक नेचुरल घड़ी होती है. आम भाषा में इसे बॉडी क्लॉक भी कहते हैं. यही हमारे सोने और जागने के समय को संचालित करती है.

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what is circadian rhythm and how does it affect sleep
सर्कैडियन रिदम से शरीर को सोने और जगने का टाइम पता चलता है.
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29 अप्रैल 2024 (Updated: 30 अप्रैल 2024, 14:01 IST)
Updated: 30 अप्रैल 2024 14:01 IST
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आपको रात में कब तक ज़ोर की नींद आने लगती है? 11-12 बजे? इसके बाद आपके लिए जागना मुश्किल हो जाता है. और रोज़ सुबह कितने बजे तक आपकी नींद अपने आप खुल जाती है? 8-9 बजे? बिना अलार्म इस वक़्त तक आप अपने आप उठ जाते हैं. ऐसा आदत की वजह से नहीं होता है. ऐसा हो रहा है आपके शरीर के अंदर मौजूद एक घड़ी की वजह से. इसको कहते हैं सर्कैडियन रिदम. 

आम भाषा में इसे बॉडी क्लॉक भी कहते हैं. ये घड़ी हम सबके शरीर में नेचुरली फिट होती है. आज हम इसके बारे में बात करेंगे. अगर आपको नींद से जुड़ी समस्या है, तो ये जानकारी आपके बहुत काम आएगी. तो चलिए डॉक्टर से जानते हैं कि शरीर की सर्कैडियन रिदम क्या होती है? सर्कैडियन रिदम कैसे काम करती है? अच्छी हेल्थ के लिए सर्कैडियन रिदम का ठीक काम करना क्यों ज़रूरी है? किन वजहों से सर्कैडियन रिदम बिगड़ती है? साथ ही जानेंगे इसे कैसे ठीक रखें?

शरीर की सर्कैडियन रिदम क्या होती है?

ये हमें बताया डॉ. मुक्ता अग्रवाल ने. 

डॉ. मुक्ता अग्रवाल, कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन, मणिपाल हॉस्पिटल, गाज़ियाबाद

सर्कैडियन रिदम हमारे शरीर में मौजूद एक नेचुरल घड़ी है. ये ब्रेन में मौजूद होती है. ये सोने और जागने के समय को संचालित और नियंत्रित करती है. इसको ही सर्कैडियन रिदम कहते हैं.

सर्कैडियन रिदम कैसे काम करती है?

ऐसा समझ लीजिए ये घड़ी 24 घंटे काम करती है. ब्रेन और शरीर में बनने वाले हॉर्मोन्स इसे कंट्रोल करते हैं. नींद, लाइट और वातावरण का सीधा असर इसपर पड़ता है. कुछ हॉर्मोन्स हमारे शरीर में सोने और जागने के समय बनते हैं. इनसे शरीर की सर्कैडियन रिदम संचालित होती है. कुछ अहम फैक्टर हैं जैसे हॉर्मोन्स, इंसुलिन, तापमान और उम्र. इनका प्रभाव इसपर पड़ता है.

 अगर सर्कैडियन रिदम सही से काम न करे तो कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं
सर्कैडियन रिदम का ठीक काम करना क्यों ज़रूरी है?

सर्कैडियन रिदम अगर ठीक रहेगी तो नींद भी अच्छी आएगी. अगर शरीर में हॉर्मोनल इंबैलेंस है तो ठीक हो जाएगा. मेटाबॉलिज्म ठीक रहेगा. कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम ठीक रहेगा. अगर शरीर में सर्कैडियन रिदम बिगड़ गई है तो कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. हॉर्मोन्स डिस्टर्ब हो जाते हैं.

किन वजहों से सर्कैडियन रिदम बिगड़ती है?

सर्कैडियन रिदम के बिगड़ने की बड़ी वजह है स्ट्रेस. लोग रात में देर तक काम करते हैं, फिर देर से सोते हैं. इससे खाना खाने का समय भी लेट हो जाता है. उस पर जंक फूड खाते हैं, शराब पीते हैं. इनसे सर्कैडियन रिदम बिगड़ती है.

इसे कैसे ठीक रखें?

लोग आजकल कंप्यूटर स्क्रीन के सामने काफ़ी समय बिताते हैं इसलिए स्क्रीन टाइम कम करना पड़ेगा. आउटडोर एक्टिविटी करें. टाइम पर सोएं, टाइम पर उठें. देर रात कॉफ़ी, शराब, जंक फ़ूड का सेवन न करें. अपना लाइफस्टाइल सुधारें. अगर कोई बीमारी है तो उसका इलाज करने से भी असर पड़ता है. अगर आपको रात में नींद नहीं आती तो सबसे पहले तो देर रात काम करना, खाना खाना, शराब, सिगरेट या कॉफ़ी पीना बंद कर दें. एक्सरसाइज ज़रूर करें. असर देखने को मिलेगा.

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

वीडियो: सेहत : ट्यूमर और कैंसर में अंतर क्या होता है, जानिए डॉक्टर से

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