बिहार: मदरसा में हुए ब्लास्ट में दो लोग घायल, पुलिस के पहुंचने से पहले सबूत मिटाने की कोशिश!
घायलों में मदरसा के मौलाना 40 साल के इमामुद्दीन और मदरसा का एक छात्र नूर आलम शामिल हैं. दोनों घायलों का इलाज पटना के PMCH में चल रहा है.
बिहार में सारण जिले के एक मदरसा में 15 मई की शाम को बम ब्लास्ट होने की जानकारी सामने आई है (Bihar Madarsa Blast Update). इस धमाके में दो लोग घायल हुए हैं. पुलिस को जांच में पता चला है कि ब्लास्ट वाली जगह पर टाइल्स को धोकर सबूत मिटाने की कोशिश की गई है. जांच के लिए FSL टीम भी मौके पर पहुंची.
मामला मरखा थाना क्षेत्र के मोतिराजपुर गांव का है. ब्लास्ट यहां के मोतिराज मदरसा में हुआ. घायलों में मदरसा के मौलाना 40 साल के इमामुद्दीन और मदरसा का एक छात्र नूर आलम शामिल हैं. उन्हें पहले इलाज के लिए गरखा CSC में भर्ती कराया गया. वहां के डॉक्टरों ने उन्हें छपरा के सदर अस्पताल में रेफर कर दिया. फिलहाल वो पटना के PMCH में भर्ती हैं.
आजतक से जुड़े आलोक कुमार जयसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना की सूचना मिलने पर ASP राजकिशोर सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने पूरे परिसर का बारीकी से मुआयना किया तो पता चला कि ब्लास्ट के निशानों को धोकर मिटाने की कोशिश की गई है.
सारण पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव मंगला ने प्रेस रिलीज में जानकारी दी है कि उस मदरसा में पटाखा बनाया जा रहा था और उसी दौरान पटाखा ब्लास्ट कर गया. उन्होंने आगे कहा कि घटना की सही वजह लोगों से पूछताछ और आगे की कार्रवाई के बाद ही पता चलेगी. जांच के लिए मौके पर FSL की टीम को बुलाया गया है.
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दैनिक भास्कर ने सूत्रों ने हवाले से लिखा कि घायल छात्र नूर कथित तौर पर मदरसा के पीछे से गेंद जैसा दिखने वाली एक वस्तु उठाकर अंदर ले गया था. खबर है कि जब तक मौलाना ने नूर के हाथ से बम फेंकने की कोशिश की वो फट गया. कुछ लोग सिलेंडर फटने की बात भी कह रहे हैं.
खबर है कि मदरसा में 80 बच्चे और कर्मचारी थे. दो घायलों के अलावा घटना के बाद से बाकी सभी लोगों के लापता होने की जानकारी है. ब्लास्ट वाली जगह पर भारी पुलिस बल तैनात है.
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