इलेक्शन ड्यूटी से बचने के लिए टीचर ने हाथ पर लगाया प्लास्टर, अधिकारी ने डॉक्टर बुला लिया
UP, Deoria: Lok Sabha Election में ड्यूटी से बचने के लिए एक शिक्षक ने कहा कि उन्हें आंखों से कम दिखता है. इसपर अधिकारी ने पूछा कि जब आंखों से कम दिखता तो पढ़ाते कैसे हैं? मेडीकल लीव के ऐसे 268 आवेदन आए थे. इनमें से 155 गलत पाए गए, बाकी सब सही थे.
चुनाव के लिए सरकारी शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाती है. उत्तर प्रदेश के देवरिया (Deoria) में भी लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election) के लिए शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई. शिक्षकों की एक लिस्ट तैयार की गई. फिर शिक्षकों को चुनावी ड्यूटी के लिए लेटर थमा दिया गया. देवरिया में चुनावी ड्यूटी वाली इस लिस्ट से अपना नाम हटवाने के लिए कई शिक्षक मुख्य विकास अधिकारी (CDO) से आग्रह करने लगे.
ड्यूटी से बचने के लिए शिक्षकों ने कुछ कारण बताए. किसी ने कहा कि आंखों से कम दिखाई देता तो किसी ने कहा हाथ टूट गया है. इसके बाद DM के निर्देश पर CDO ने एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया. और ऐसे शिक्षकों की जांच करवाई गई. पता चला कि कई शिक्षक बस बहाना बना रहे थे.
इंडिया टुडे से जुड़े राम प्रताप सिंह की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक शिक्षक हाथ में प्लास्टर लगाकर ड्यूटी से नाम कटवाने पहुंचे थे. मेडिकल जांच में पाया गया कि उनके हाथ में कोई दिक्कत नहीं है. हाथ में फ्रैक्चर नहीं मिला. प्लास्टर बस चुनावी ड्यूटी से बचने का बहाना था.
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जिस शिक्षक ने आंखों से कम दिखने की बात कही थी उनसे पूछा गया कि जब उनको कम दिखाई देता है तो पढ़ाते कैसे हैं? इस पर शिक्षक ने जवाब दिया कि स्टूडेंट्स बोलते हैं, उसके बाद वो आगे पढ़ाते हैं. हालांकि, शिक्षक के इस जवाब से बात नहीं बनी और उल्टे फटकार सुननी पड़ गई. CDO ने फटकार लगाते हुए उनको चुनावी ड्यूटी में शामिल होने का निर्देश दिया.
रिपोर्ट के अनुसार, कई शिक्षक जनप्रतिनिधि तो कई बड़े अधिकारियों की सिफारिश लेकर ड्यूटी से नाम कटवाने पहुंच रहे थे. इसके बाद मेडिकल बोर्ड ने एक सप्ताह तक ऐसे शिक्षकों की जांच की. CDO प्रत्यूष पांडेय ने कहा है कि मेडिकल टीम एक सप्ताह तक लगातार गांधी सभागार में बैठती थी. ड्यूटी से बचने के लिए जो भी बीमारी को कारण बताते थे उनकी जांच की जाती थी. ऐसे 268 आवेदन आए थे. इनमें से 155 अनफिट पाए गए, बाकी सब सही थे.
CDO ने कहा कि कुछ ऐसे आवेदन थे जिसकी जांच के बाद मेडिकल टीम भी हैरान हो गई. जैसे वो हाथ में प्लास्टर वाला मामला. ऐसे कर्मियों को सख्त हिदायत दी गई है. CDO ने इस मामले की पूरी रिपोर्ट जिला निर्वाचन अधिकारी को सौंप दी है.
देवरिया जनपद में अंतिम चरण में 1 जून को वोटिंग होनी है. 1575 मतदान केंद्र और 2514 बूथ बनाए गए हैं. यहां लगभग 10,0156 कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है.
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