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परीक्षा में 'जय राम जी', 'विराट कोहली' लिखने वाले छात्र पास, यूपी की यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर सस्पेंड

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले दिव्यांशु सिंह नाम के एक स्टूडेंट ने 3 अगस्त 2023 को एक RTI फाइल की थी. RTI में मांग की गई थी कि फार्मेसी की पढ़ाई कर रहे 18 फर्स्ट ईयर के छात्रों की आंसर शीट का दोबारा मूल्यांकन किया जाए. दिव्यांशु ने इन छात्रों के रोल नंबर भी उपलब्ध कराए थे.

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UP students pass exam with ‘Jai Shree Ram’ on answer sheets professors suspended
दिव्यांशु की शिकायत के आधार पर राजभवन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 12 दिसंबर 2023 को जांच के आदेश दिए. (फोटो- इंडिया टुडे)
26 अप्रैल 2024
Updated: 26 अप्रैल 2024 22:54 IST
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परीक्षा में क्या आता है? आपके पढ़े हुए सब्जेक्ट से कुछ सवाल. उनके जवाब देने होते हैं. नंबर मिलते हैं. फिर आप पास या फेल घोषित किए जाते हैं. लेकिन कभी-कभी ‘कुछ भी’ लिखने के नंबर भी मिल जाते हैं. जैसा उत्तर प्रदेश में हुआ है. राज्य की एक यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को कथित तौर पर ‘जय राम जी’ और क्रिकेटरों के नाम लिखने पर एग्जाम में पास घोषित कर दिया गया. मामले में कार्रवाई कर प्रशासन ने दो प्रोफेसरों को सस्पेंड कर दिया है.

छात्र ने फाइल की RTI

मामला जौनपुर की वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी का है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले दिव्यांशु सिंह नाम के एक स्टूडेंट ने 3 अगस्त 2023 को एक RTI फाइल की थी. RTI में मांग की गई थी कि फार्मेसी की पढ़ाई कर रहे 18 फर्स्ट ईयर के छात्रों की आंसर शीट का दोबारा मूल्यांकन किया जाए. दिव्यांशु ने इन छात्रों के रोल नंबर भी उपलब्ध कराए थे.

दिव्यांशु ने आरोप लगाया था कि यूनिवर्सिटी के दो प्रोफेसर विनय वर्मा और आशीष गुप्ता ने स्टूडेंट्स को पास करने के लिए उनसे पैसे लिए थे. इसको लेकर दिव्यांशु ने राज्य के गवर्नर के पास सबूत पेश करते हुए शिकायत दर्ज कराई थी. सबूतों के मुताबिक एग्जाम में "जय राम जी" जैसे नारे और रोहित शर्मा, विराट कोहली, हार्दिक पंड्या जैसे क्रिकेटरों के नाम लिखने वाले छात्रों को उम्मीद से ज्यादा नंबर दिए गए थे.

राजभवन ने कार्रवाई का आदेश दिया 

दिव्यांशु की शिकायत के आधार पर राजभवन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 12 दिसंबर 2023 को जांच के आदेश दिए. जवाब में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक जांच कमेटी भी गठन की. जांच में गड़बड़ियां सामने आईं. 

यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर वंदना सिंह ने इंडिया टुडे को बताया कि गलत मूल्यांकन के लिए दो प्रोफेसरों को बर्खास्त करने की सिफारिश की है. इस संबंध में सूचना राजभवन को भी भेजने की तैयारी है. रिपोर्ट के मुताबिक प्रोफेसर विनय वर्मा पहले भी इस तरह के आरोपों का सामना कर चुके हैं.

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